* बर्ड फ्लू सहित खाद्य की समस्या
अकोला /दि. 7– पोल्ट्री अर्थात कुक्कुट पालन व्यवसाय पर बर्ड फ्लू के अलावा खाद्य की भी बडी समस्या है. केंद्र और राज्य को मिलकर इस समस्या का शीघ्र निदान करने की आवश्यकता पोल्ट्री व्यवसायी किशोर विल्हेकर ने बोलकर बताई. बोरगांव मंजू के पोल्ट्री व्यवसायी विल्हेकर ने कहा कि, जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो खाद्य सुरक्षा का कार्यक्रम पिछड जाएगा. जबकि सभी को खाद्यान्न उपलब्ध करवाने का कानून सरकार ने पास कर रखा है.
* मक्के की समस्या बढती रहेगी
कुक्कुट पालन के लिए मक्के की समस्या नई नहीं है. पशुपालक पिछले डेढ साल से इस समस्या से जूझ रहे हैं. उम्मीद थी कि, सरकार जल्द ही कोई कदम उठाएगी. इसी सोच के चलते पोल्ट्री किसान भी बहुत कम मुनाफे पर काम कर रहे है. लेकिन अब अंडे और मुर्गियों पर मुनाफा कमाना मुश्किल हो गया है. मुर्गियों को खाना खिलाना भी महंगा हो गया है. मक्के की कीमतों में लगातार बढोतरी हो रही है. मक्के की भी कई प्रमुख वजहों से कमी महसूस की जा रही है. पिछले साल पोल्ट्री से जुडे तमाम संगठनों ने मक्के के लिए सरकार के सामने आवाज उठाई थी. लेकिन समस्या का समाधान तो दूर हमने उनसे चर्चा तक नहीं की है.
* अफवाहों पर लगाए अंकुश
पोल्ट्री सेक्टर को न केवल बाजार की समस्याओं का सामना करना पड रहा है. बल्कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर पोल्ट्री से जुडी अफवाहें भी फैला रहे हैं. अब ऐसी अफवाह हैं कि, मुर्गियों को उनके अंडों के बदले स्टेरॉयड दिया जाता है, ये बिल्कुल गलत है. अगर पोल्ट्री किसान मुर्गियों को स्टेरॉयड देना शुरु कर देंगे तो लागत काफी बढ जाएगी. तब बाजार में अंडे सात-आठ रुपए से भी अधिक दाम पर बिकेंगे. वहीं, चिकन के दाम भी आसमान छूने लगेंगे. इसी तरह, अधिक अंडे और मुर्गियां पैदा करने के लिए एंटीबायोटिक्स दिए जाने की अफवाहें फैली हुई है.