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* 7 हजार अधिकारियों की रही हाजिरी
* 10 विभागों ने मारी ‘गुत्ती’
अमरावती /दि.1– राज्य के इतिहास में पहली बार किसी मुख्यमंत्री द्वारा तहसील स्तर पर एक ही समय लगातार चार घंटे तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों की ‘क्लास’ ली गई. जिसके चलते करीब 7 हजार अधिकारी थक गए थे. परंतु इन चार घंटों के दौरान ‘देवाभाऊ’ ने बिना थके 100 दिनों के कृति प्रारुप उपक्रम की समीक्षा करते हुए सरकारी अधिकारियों के पसिने छुडा दिए. ऐसे में अब सभी अधिकारियों को एआई जैसे तंत्रज्ञान को भी आत्मसात करना होगा.
सरकार को लोकाभिमुख करने हेतु सुस्त रहनेवाले प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त करने की जरुरत ध्यान में आते ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पारदर्शक प्रशासन की गारंटी देते हुए सरकारी कार्यालयों के लिए 100 दिन का कृति कार्यक्रम तय किया है. जिसके चलते आम नागरिकों के प्रशासकीय जीवनमान को सुकर करने हेतु राज्य के प्रथम श्रेणी व द्वितीय श्रेणी अधिकारी भी काम पर लग गए. इस कृति प्रारुप के अमल में लाए जाने को एक माह पूरा होते ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विगत गुरुवार 27 फरवरी को सभी महकमों के कामकाज का जायजा लिया.
* सतत चार घंटे तक चली समीक्षा बैठक
विगत 100 दिनों के दौरान राज्य के 50 विभागों तथा 13 महामंडलों द्वारा क्या काम किया गया, इस हेतु मुख्यमंत्री फडणवीस ने गुरुवार को मंत्रालय से लेकर तहसील स्तर तक के अधिकारियों की क्लास ली.
– इस समीक्षा बैठक हेतु मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पूरे चार घंटे तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बैठे रहे. जबकि बैठक के शुरु होने के उपरांत कुछ ही देर बाद उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व अजित पवार बैठक से बाहर चले गए.
– इस बैठक के अंत में सीएम फडणवीस ने सभी अधिकारियों को एक तरह से कानमंत्र देते हुए पारदर्शक प्रशासन की गारंटी ली.
* वीसी में 7 हजार अधिकारी हाजिर
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के सभी जिलाधीश, उपविभागीय अधिकारी व तहसीलदार कार्यालयों के अधिकारियों को जिलाधीश के जरिए वीसी में हाजिर रहने का निर्देश दिया था. जिसके चलते पहली बार प्रधान सचिव से लेकर सीधे तहसीलस्तरिय अधिकारियों के कामों की समीक्षा मुख्यमंत्री द्वारा की गई. इसके तहत 100 दिनों में ई-ऑफीस, एआई के प्रयोग, साईबर अपराध, सुकर जीवनमान, अत्यावश्यक सेवा, स्वच्छता, साफसुथरे कार्यालय व वृक्षारोपण जैसे विषयों की समीक्षा खुद मुख्यमंत्री द्वारा की गई.
* 15 विभागों द्वारा पीपीटी पेश
100 दिनों के कार्यक्रम के लिहाज से किस विभाग ने किस तरह काम किया इसकी समीक्षा मुख्यमंत्री फडणवीस ने पॉवर पॉईंट प्रेझेंटेशन यानी पीपीटी के जरिए की. इस समय मृदा व जलसंवर्धन, आदिवासी विकास विभाग, बृहन्मुंबई पुलिस, पालघर पुलिस, सातारा पुलिस, छ. संभाजी नगर पुलिस महानिरीक्षक, चंद्रपुर मनपा, ठाणे मनपा, पिंपरी-चिंचवड मनपा, अमरावती जिलाधीश, जलगांव जिलाधीश, नागपुर जिलाधीश, पुणे संभागीय आयुक्त, धुले जिला परिषद व प्रधान सचिव (गृह विभाग) जैसे 15 महकमों के अधिकारियों द्वारा 100 दिनों के दौरान किए गए कामों की जानकारी मुख्यमंत्री फडणवीस को दी गई. वहीं इस बैठक के दौरान हुए पॉवर पॉईंट प्रेझेंटेशन परिवहन, वन विभाग, कृषि, लघु पाटबंधारे, सार्वजनिक लोक निर्माण, जीवन प्राधिकरण, स्वास्थ, पर्यटन व शिक्षा विभाग जैसे 10 महकमें कहीं पर भी दिखाई नहीं दिए.