मुंबई/दि.24- मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे की कडी आलोचना करते हुए कहा कि, सत्ता के लिए पहले ही हिंदुत्व खूंटी पर टांग दिया था. अब तो पटना जाकर ठाकरे ने हिंदुत्व को सीमा से बाहर फेंक दिया. केवल मोदी को विरोध करने के लिए जमा हुए लोगों की आघाडी होगी नहीं. होगी तो स्वार्थी आघाडी को जनता स्वीकार नहीं करेगी, ऐसा दावा भी शिंदे ने किया. वे कल की पटना में विपक्ष एकता बैठक के बारे में प्रतिक्रिया दे रहे थे. इस बैठक में नितीश कुमार, राहुल गांधी, ममता बैनर्जी, हेमंत सोरेन, अरविंद केजरीवाल, मल्लिकार्जुन खरगे, अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, शरद पवार सहित 17 दलों के 32 प्रतिनिधि मौजूद थे.
शिंदे ने कहा कि सत्ता के लिए शिवसेना पक्ष, बालासाहब के विचार गिरवी रखने वालों के विरोध में हमने 1 वर्ष पहले विद्रोह किया. कल की बैठक से सिद्ध हो गया कि हमारी भूमिका बिलकुल योग्य थी. बालासाहब ठाकरे ने कांगे्रस, राजद, पीडीपी, राकांपा, जेडीयू की सदैव आलोचना की थी. उन लोगों की टोली में उद्धव ठाकरे शामिल हो गए. इन्हीं लोगों ने हिंदुत्व, राम मंदिर और धारा 370 रद्द करने का कडा विरोध किया था. यह सब भूलकर ठाकरे उनकी देहरी पर जा रहे हैं. धारा 370 का समर्थन करनेवाली मेहबूबा मुफ्ती के बगल में बैठकर एकता की डींगे हांक रहे हैं.
शिंदे ने आगामी 1 जुलाई के उद्धव गुट के मोर्चे का जीक्र कर कहा कि, कल की बैठक में चारा घोटाले में जेल गए लालू यादव की मांडी से मांडी लगाकर बैठने वाले अब मुंबई में भ्रष्टाचार की आवाज उठाकर मोर्चा निकालने जा रहे हैं. क्या उन्हें वह नैतिक अधिकार है?
* मुनगंटीवार ने भी किया टारगेट
– ठाकरे की अवस्था हो गई दारुण
वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने भी उद्धव ठाकरे की अवस्था दयनीय होने का दावा कर कहा कि, ठाकरे हिंदुत्व छोडकर सोनीया सेना के सदस्य बन गए हैं. उन्होंने पटना बैठक को इंजिन बगैर गाडी और आत्मा बगैर शरीर की संज्ञा दी. मुनगंटीवार ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया में देश का गौरव बढा रहे हैं वहीं पटना में सभी विपक्षी नेता अपने और अपने परिवार की भविष्य की चिंता के कारण एकत्र हुए थे. ठाकरे पर आरोप करते हुए मुनगंटीवार ने कहा कि, ठाकरे ने अपना हिंदुत्व सोनीया गांधी के सामने अर्पण कर दिया. उन्होंने महाराष्ट्र में 10 से अधिक लोग स्वयं को मुख्यमंत्री के रुप में प्रोजेक्ट कर रहे हैं. वन मंत्री ने कहा कि 10 क्या 100 लोग मुख्यमंत्री रह सकते हैं. सपने देखने की मनाही नहीं है.