महाराष्ट्र

शिंदे पर टिप्पणी ः मुंबई में ही उद्योजकों के साथ करार हुआ रहता

दावोस दौेरे में निवेश किए उद्योजक हैदराबाद के ः सुप्रिया सुले

आघाड़ी की बैठक के बाद उपचुनाव का निर्णय लेगी
पुणे/दि.20- मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हाल ही में दावोस का दौरा किया और भारी मात्रा में निवेश आने की बात कही. लेकिन उन्होंने जिन कंपनियों के साथ चर्चा की, वह उद्योजक विदेश के नहीं बल्कि हैदराबाद के हैं. उनसे करार करने के लिए स्वीझरलैंड के दावोस जाने की आवश्यकता नहीं थी. मुंबई में बैठकर भी उद्योजकों को बुलाया रहता तो करार हुआ होता. मुख्यमंत्री का दावोस दौरे का शेयर किया फोटो व विमान अच्छा था, ऐसी टिप्पणी सांसद सुप्रिया सुले ने गुरुवार को आयोजित पत्रकार परिषद में की.
पुणे मनपा में आयुक्त विक्रम कुमार से मिलने के बाद सुप्रिया सुले ने पत्रकारों से संवाद किया. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता का विकेन्द्रीकरण के माध्यम से काम का विभाजन किया गया है. फिलहाल सत्ता के केंद्रीकरण शुरु है. राज्य के जिला परिषद और मनपा चुनाव सरकार ने जल्द लेना चाहिए. सत्तारुढ़ नेता अपने लाभ के लिए जल्द चुनाव नहीं ले रहे हैं, इस कारण आम नागरिक पीसे जा रहे हैं. नगरसेवक न रहने से लोग अपने प्रश्न कहा लेकर जाएंगे. यह प्रश्न निर्माण हुआ है. प्रशासन नागरिकों को समय नहीं दे रहा है, इस कारण नागरिकों के काम नहीं हो रहे हैं. नगरसेवक प्रशासन के पास मांग नहीं कर सकता. कसबा और चिंचवड विधानसभा उपचुनाव बाबत महाविकास आघाड़ी के अंतर्गत बैठक लेकर उम्मीदवारी बाबत निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार के डाटा के मुताबिक पिछले तीन साल में सर्वाधिक स्टार्टअप महाराष्ट्र में शुरु हुआ है. इसमें ढाई वर्ष सरकार महाविकास आघाड़ी की थी. उस समय सर्वाधिक उद्योग पुणे में शुरु हुए थे, यह गर्व की बात है. लेकिन वर्तमान में पुणे जिले में अपराधिक गतिविधियां बढ़ी हुई है. कोयता गैंग का आतंक पिछले तीन-चार माह से शुरु है. चाकण औद्योगिक परिसर से कोई भी प्रकल्प राज्य के बाहर नहीं जाता. उद्योजक आनंद महिन्द्रा अपना प्रकल्प विस्तारित कर रहे हैं. चाकण में वह नया उद्योग जल्द निर्माण करेंगे. पुणे यह बड़ा जिला है. सक्षम पुलिस यंत्रणा रहने के बाद भी अपराध बढ़े है. मंत्री अब्दुल सत्तार बारामती दौरे पर आ रहे हैं. इस बाबत सुले ने कहा कि हमारे घर बाबत बोले बिना किसी की खबर नहीं होती. इस कारण हमारे प्रति कोई बोलता होगा तो उसे सुनने हम तैयार है.

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