मुंबई/दि.24 – आगामी महानगरपालिका व नगर पालिका के चुनाव बहुसदस्यीय प्रभाग पध्दति से करवाये जाने को लेकर राज्य सरकार द्वारा लिये गये निर्णय का प्रदेश कांग्रेस द्वारा विरोध किया जा रहा है. साथ ही प्रदेश कांग्रेस ने तीन की बजाय दो सदस्यीय प्रभाग रहने की मांग को लेकर गुरूवार को ही बैठक में प्रस्ताव पारित किया. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इससे पहले बुधवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कांग्रेस के ही मंत्री उपस्थित थे और सरकार के निर्णय पर उन्होंने भी अपनी सहमति जतायी थी. वहीं दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस ने उपरोक्त प्रस्ताव पारित करते हुए खुद अपनी ही सरकार और मंत्रियों के फैसले पर सवालिया निशान लगा दिया है.
गत रोज महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक के बाद पत्रकारों से संवाद साधते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने बताया कि, सरकार द्वारा लिये गये तीन सदस्यीय प्रभाग पध्दति के फैसले का कांग्रेस के अधिकांश पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किया जा रहा है और कांग्रेस द्वारा तीन की बजाय दो सदस्यीय प्रभाग रहने की मांग की जा रही है. जिसे लेेकर प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी द्वारा सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव भी पारित किया गया है तथा जल्द ही इसे लेकर मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे से निवेदन भी किया जायेगा.
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अब क्या हासिल हो जायेगा?
– कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने दागा सवाल
इस संदर्भ में कांग्रेस के ही एक वरिष्ठ मंत्री ने अपनी ही पार्टी के पदाधिकारियों को सवालों के घेरे में खडा करते हुए कहा कि, हमारे नेता अपने हितों के अलावा दूसरा कोई काम नहीं कर सकते है. मंत्रिमंडल की बैठक में यह विषय चर्चा के लिए आयेगा, यह बात कांग्रेस के नेताओं को पहले से पता थी, लेकिन इसके बावजूद वे उस समय कुछ नहीं बोले. वहीं अब अलग से प्रस्ताव पारित करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी क्या हासिल करना चाहती है, यह समझ से परे है. इस तरह से तो हम अपनी ही सरकार पर सवालिया निशान लगा रहे है.