कांग्रेस की रिपोर्ट, नांदेड के 70 प्रतिशत पदाधिकारी जायेंगे भाजपा में
हाईकमान को चाहिए संभावित डैमेज की जानकारी
नांदेड/दि.16– पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण द्बारा अचानक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाने से कांग्रेस में खलबली मची है. पार्टी के दुर्ग रहे नांदेड में चव्हाण के साथ और कितने लोग जा सकते है, इसकी जानकारी लेने पार्टी ने 4 सदस्यीय समिति नियुक्त की. समिति को नांदेड जाकर प्रत्यक्ष डेरा डालकर 17 फरवरी तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा गया है. प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने समिति सदस्यों की घोषणा से पहले एक सदस्य को नांदेड भेजकर रिपोर्ट तैयार करवा ली है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि जिला परिषद, मनपा और संगठन के 70 प्रतिशत पदाधिकारी भाजपा में जायेंगे. उसमें 99 प्रतिशत हिंदू है. दलित और मुस्लिम कांग्रेस में ही रहेंगे. दिल्ली से इस बात का आकलन करना शुरू है कि चव्हाण के भाजपा में प्रवेश से पार्टी को कितना नुकसान होनेवाला है. हाईकमान को मनपा, जिला परिषद, पालिका और तहसीलस्तर पर कितना नुकसान होगा, इसका अंदाजा लेना है.
* समिति में अनिल पटेल
पटोले द्बारा नियुक्त समिति में प्रदेश महासचिव अनिल पटेल, अनुसूचित जाति आघाडी के प्रदेशाध्यक्ष सिध्दार्थ हत्तीअंबीरे, छत्रपति संभाजी नगर शहराध्यक्ष युसूफ शेख, प्रदेश सचिव मुजाहिद शेख शामिल है. पटेल राज्य मंत्री रह चुके हैं.
* चव्हाण का संकेत मिलते ही पक्षांतर
नांदेड- वाघाला मनपा में कांग्रेस की सत्ता है. 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने 81 में से 73 सीटें जीती थी. उपरांत चुनाव नहीं हुए हैं. गत अनेक वर्षो से मनपा की दिशा अशोक चव्हाण तय कर रहे थे. कांग्रेस निरीक्षक के अहवाल के अनुसार 70 प्रतिशत नगरसेवक चव्हाण के साथ जायेंगे. जिला परिषद सदस्यों में भी ऐसी ही स्थिति रहनेवाली है. कांग्रेस के 31 जिला परिषद सदस्य हैं. चव्हाण के निष्ठावान सदस्यों की संख्या अधिक रहेगी. वे चव्हाण का संकेत मिलते ही पक्षांतर करेेंगे.