महाराष्ट्र

समृद्धि एक्सप्रेस वे पर टोल एजेंसी का ठेका रद्द

सुविधाओं का था अभाव, नागरिकों की थी शिकायतें

* 69 नोटिसों के बाद ठेकेदार के खिलाफ की गई कार्रवाई
नागपुर/दि.24– काफी बडी रकम के टोल शुल्क की वसूली करने वाली परंतु नागरिकों के लिए आवश्यक रहने वाली सुविधाओं के साथ ही कर्मचारियों की शिकायतों की ओर अनदेखी करने वाली रोडवेज सोल्युशन्स कंपनी को दिया गया टोल वसूली का ठेका आखिरकार रद्द कर दिया गया है. महाराष्ट्र राज्य रास्ते विकास महामंडल यानि एमएसआरडीसी द्वारा यह कार्रवाई करने के साथ ही इस काम के लिए नई निविदा भी जारी की गई है. जिसे आगामी 26 सितंबर को खोला जाएगा.
बता दें कि, समृद्धि एक्सप्रेस वे से होकर गुजरने वाले वाहनों से टोल टैक्स वसूल करने का ठेका रोडवेज सोल्युशन कंपनी को 11 दिसंबर 2022 को दिया गया था. जिसे अब रद्द कर दिया गया है. साथ ही इस कंपनी की भागीदार रहने वाली फास्ट गो कंपनी के टेंडर को भी टर्मिनेट कर दिया गया है. उल्लेखनीय है कि, जहां एक ओर समृद्धि एक्सप्रेस वे का वाहन धारकों द्वारा बडे पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर टोल प्लाझा पर आवश्यक रहने वाली सुविधाओं का ग्राफ लगातार नीचे की ओर आ रहा था. जिसे लेकर वाहन धारकों व यात्रियों द्वारा लगातार शिकायतें की जा रही थी. इसके साथ ही समय पर वेतन नहीं मिलने के चलते टोल प्लाझा पर काम करने वाले करीब 2800 कर्मचारी भी काफी हद तक त्रस्त हो गये थे. ऐसी सभी शिकायतें मिलने के चलते एमएसआरडीसी द्वारा संबंधित कंपनी को करीब 69 बार नोटीस जारी की गई और कंपनी की ओर से समाधानकारक जवाब नहीं मिलने पर एमएसआरडीसी ने आखिरकार रोडवेज सोल्युशन कंपनी को दिया गया ठेका ही रद्द कर दिया. साथ ही अब आगामी तीन माह के लिए ठेका देने हेतु नई निविदा प्रक्रिया शुरु की गई है.

* 50 से अधिक मिली थी शिकायतें
एमएसआरडीसी के सूत्रों के मुताबिक टोल टैक्स संकलित करने वाली इस एजेंसी के खिलाफ 50 से अधिक शिकायतें एमएसआरडीसी को प्राप्त हुई थी. जिसके तहत टोल प्लाझा में स्वच्छता गृह व शौचालय का अभाव रहने व शिकायत दर्ज कराने की सुविधा नहीं रहने जैसी शिकायतों के साथ-साथ टोल प्लाझा के कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं देने, उनका पीएफ जमा नहीं करने व ईएसआईसी कार्ड नहीं बनाने जैसी शिकायतों का समावेश था.
इन तमाम शिकायतों के मद्देनजर कंपनी को विगत एक वर्ष के दौरान 69 नोटीसें जारी की गई थी. परंतु इसे लेकर कंपनी की ओर से कोई योग्य प्रतिसाद नहीं दिया गया. जिसके चलते विगत 16 सितंबर को एमएसआरडीसी द्वारा अंतिम नोटीस जारी की गई और इसके बावजूद काम में कोई सुधार नहीं आने के चलते आखिरकार इस कंपनी के ठेके को रद्द कर दिया गया.

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