महाराष्ट्र

“ठेकेदारों को राजनीतिक विरोधियों से धमकी, रंगदारी की मांग”,

मुख्यमंत्री को दिए पत्र में संगठन का सनसनीखेज आरोप!

मुंबई/दि.5- राज्य भर के ठेकेदारों के दो संघों ने शिकायत की है कि राज्य भर में कई स्थानों पर राजनीतिक विवादों के कारण ठेकेदारों को विकास कार्य करने में मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है.

ठेकेदार संघों की ओर से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, अजित पवार को पत्र भेजा गया है. इन संगठनों ने स्थानीय नेताओं द्वारा ठेकेदारों को काम में बाधा डालने और धमकाने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे फरवरी के आखिरी सप्ताह से काम बंद कर देंगे.

* स्थानीय विरोधियों द्वारा ठेकेदारों को पीटा गया

महाराष्ट्र राज्य ठेकेदार संघ और राज्य इंजीनियर्स संघ इन संगठनोंने राज्य प्रमुख को ठेकेदारों की शिकायतों से अवगत कराया. महाराष्ट्र के हर जिले में यही स्थिति देखी जा रही है. सत्ताधारी दल के विरोधी दल और स्थानीय स्तर के पदाधिकारी, राजनीतिक नेता विकास कार्यों में काफी बाधा उत्पन्न करते हैं. इसके लिए शारीरिक हिंसा भी की जाती है. ठेकेदारों से वसूली जाती है”, पत्र में गंभीरता से दावा किया गया है.

* विधायकों, सांसदों को विकास निधि मिलती है, लेकिन…

सत्ताधारी विधायक-विशेषज्ञ बड़े पैमाने पर विकास निधि स्वीकृत कर रहे हैं. लेकिन इन विकास कार्यों को स्थानीय स्तर पर क्रियान्वित करते समय विरोधी राजनीतिक समूह इन कार्यों को होने नहीं देते. इसको लेकर ये सभी गुट ठेकेदार के खिलाफ एकजुट हो गये हैं. पत्र में यह भी कहा गया है कि उनके साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किया जा रहा है. ‘सरकार विभिन्न विभागों के लिए विकास कार्यों के आदेश जारी करती है, लेकिन राजनीतिक विवादों के कारण परियोजनाओं को नुकसान भी होता है. प्रशासनिक अधिकारी इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। अधिक धमकियों के डर से, ठेकेदार शिकायत दर्ज करने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं”, महाराष्ट्र राज्य ठेकेदार संघ और राज्य इंजीनियर्स संघ के अध्यक्ष मिलिंद भोसले ने व्यक्त किया.

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