दसवीं-बारहवीं परीक्षा पर कोरोना के बादल
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परीक्षा आगे ढकेले जाने की संभावना
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विद्यार्थी पालक चिंता में डुबे
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30 अप्रैल तक शाला, महाविद्यालय बंद
पुणे/दि.30 – महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड व्दारा ली जाने वाली दसवीं-बारहवीं की परीक्षा कुछ ही दिनों पर आ पहुंची है. वहीं दूसरी ओर कोरोना का प्रादुर्भाव तेजी से बढ रहा है. इसी बीच राज्य के कुछ स्थानीय प्रशासन ने 30 अप्रैल तक शाला-महाविद्यालय बंद रखने के आदेश दिये है. जिससे दसवीं-बारहवीं की इस बार होेने वाली परीक्षा पर कोरोना के बादल निर्माण हुए है. एक ओर विद्यार्थी व पालक चिंताग्रस्त हुए है. वहीं दूसरी ओर परीक्षा आगे ढेेकेली जाएगी, इस तरह की जानकारी शिक्षा विभाग के सूत्रों ने दी है.
राज्य बोर्ड व्दारा दसवीं की लिखित परीक्षा 29 अप्रैल से 20 मई और बारहवीं की लिखित परीक्षा 23 अप्रैल से 21 मई इस समयावधि में प्रचलित पध्दति से व मंजूर प्रारुप के अनुसार आयोजित की गई है. इसके साथ ही दसवीं की प्रात्याक्षिक, श्रेणी, मौखिक व तत्सम परीक्षा 12 अप्रैल से 28 अप्रैल और बाहरवीं की प्रात्याक्षिक, श्रेणी, मौखिक तत्सम परीक्षा 5 अप्रैल से 22 अप्रैल की समयावधि में ली जाएगी. प्रात्याक्षिक, श्रेणी, मौखिक, व तत्सम परीक्षा के लिए राज्यबोर्ड ने कुछ सहुलियत दी है फिर भी लिखित परीक्षा यह नियोजित समय के अनुसार ही होगी. इसी बीच पुणे, मुंबई व नागपुर आदि शहरों में दिन में 5 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज मिलने लगे है. इसी बीच इस संदर्भ में राज्य बोर्ड की ओर से परीक्षा आगे ढकेलने बाबत फिलहाल कोई भी गतिविधि नहीं है. टाइम टेबल के अनुसार परीक्षा लेने की तैयारी शुरु रहने की जानकारी राज्य बोर्ड के अधिकारियों ने दी है.
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क्या है परीक्षा में बाधाएं
– परीक्षा केवल ऑफलाइन रहने से केंद्र पर हाजिरी लगाएं बगैर विद्यार्थियों को पर्याय नहीं.
– परीक्षा आगे ढकेली गई तो आगामी वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया पर परिणाम होगा.
– कोरोना के बढते प्रादुर्भाव के चलते परीक्षा से संबंधित अधिकारी, कर्मचारी दहशत में.
– परीक्षा काल में लॉकडाउन लगा तो विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने मुश्किलें जायेगी.