महाराष्ट्र

कोरोना महामारी से सरकारी नौकरियों पर लगा ब्रेक

जून में ७ फीसदी आयी कमी

  • निकट भविष्य में भी नौकरियों के अवसर कम

    मुंबई./दि.२७ – कोरोना महामारी (Corona epidemic) की वजह से निजी क्षेत्र की लाखों नौकरियों पर गाज गिरी है. वहीं कोरोना के इस प्रकोप का असर सरकारी क्षेत्र पर भी पड़ा है.लॉकडाऊन के दौर में नई सरकारी नौकरियों का प्रमाण भी कम हो गया है. बीते वर्ष की तुलना में जून माह में देशभर की सरकारी नोकर भर्ती में ६० फीसदी की कमी आयी है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की रिपोर्ट से यह जानकारी प्राप्त हुई है. जानकारो के मुताबिक कोरोना के चलते निकट भविष्य में भी नौकरियों के आसार कम होंगे.
    यहां बता दे कि केन्द्र सरकार ने वर्ष २००४ से राष्ट्रीय निवृत्ति वेतन प्रणाली की शुरूआत की है. केन्द्र सरकार के विविध विभागों में नये से नौकरियों पर लगनेवाले कर्मचारियों का पंजीयन इस प्रणाली मेें किया जाता है. इस प्रणाली द्वारा कौन से महिने में कितने लोग सरकारी नौकरी में शामिल हुए. इसकी जानकारी दी जाती है. केन्द्र के साथ ही राज्य कर्मचारियों का भी पंजीयन इस प्रणाली में किया जाता है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर दी गई जानकारी के अनुसार जून माह में केन्द्र सरकार के विविध विभागों में ३ हजार ५३७ कर्मचारी नये से शामिल हुए है. बीते वर्ष जून माह में यह संख्या ९ हजार २१३ तक पहुंच गई थी. वही इस वर्ष जून माह में राज्य सरकार सेवा में २० हजार २२२ कर्मचारी शामिल हुए. बीते वर्ष इसी महिने में ४५ हजार २०९ कर्मचारियों को सरकारी नौकरियों में मौका मिला था. लॉकडाऊन के चलते नौकर भर्ती आगे बढ़ाने से इसका परिणाम हुआ है. इस दौर में केवल चिकित्सक, स्वास्थ्य सेवा और अत्यावश्यक सेवा देनेवाले पदों को ही तत्काल भरा गया था. लेकिन हाल के आर्थिक संकट को देखते हुए केन्द्र और अधिकांश राज्य सरकारों ने नई नौकर भर्ती पर ब्रेक लगाने का निर्णय लिया है.

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