मुंबई/दि.२० – महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति बिगड़ती जा रही है. रोजाना रिकॉर्ड आंकड़े सामने आ रहे हैं. इसी बीच अब महाराष्ट्र की जेलों से भी ऐसे आंकड़े आए हैं, जिससे जेल प्रशासन की नींद उड़ गई है. 19 अप्रैल तक के आंकड़ों की मानें तो महाराष्ट्र की जेलों में 197 कैदियों कोरोना से संक्रमित हुए हैं, जिसमें से 7 कैदियों की मौत हो गई है. ये तो रही कैदियों की बात पर उनकी देखरेख करने वाले जेल के कर्मचारी भी सुरक्षित नहीं हैं. आंकड़ों में पता चला है कि 94 से ज्यादा जेल के कर्मचारी भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. इनमें से 8 कर्मचारियों की कोरोना की वजह से मौत हो गई है.
जेल से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र में कुल 46 जेल हैं. कोरोना के चलते पिछले साल कई कैदियों को छोड़ा भी गया था और अब दूसरी कोविड की लहर ने और भी डरा दिया है.
पुणे के यरवडा जेल में सबसे ज़्यादा 36 कोरोना पॉजिटिव कैदी हैं, जबकि 14 जेल स्टॉफ पॉजिटिव पाए गए हैं. मुंबई से सटे कल्याण आधारवाड़ी जेल में 31 कैदी और 1 जेल स्टाफ कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. कोल्हापुर जेल में भी 28 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
मुंबई की जेलों में इस वक्त 2 कैदी और 4 जेल स्टॉफ कोरोना पॉजिटिव हैं. ठाणे जेल में 21 कैदी और 3 जेल स्टॉफ कोरोना संक्रमित हैं और नवी मुंबई के तलोजा जेल में 3 जेल स्टाफ कोरोना की चपेट में हैं. महाराष्ट्र की जेलों में अपनी क्षमता से लगभग दोगुने से ज़्यादा कैदियों को रखा गया है. मुंबई के बीचों बीच बने आर्थर रोड जेल में 804 कैदियों की क्षमता है, जबकि वहां 2834 कैदी इस वक्त बंद हैं. ठाणे जेल की क्षमता 1105 कैदियों की है, जहां 3758 कैदी बंद हैं.
नवी मुम्बई के तलोजा जेल में इस वक्त मनसुख हिरेण हत्या और एंटीलिया कांड से जुड़े आरोपी सचिन वाझे और रियाजुद्दीन काजी जैसे आरोपी बंद हैं. इस जेल की क्षमता 2124 कैदियों की है, लेकिन वहां 3353 कैदी बंद हैं. अगर हम महाराष्ट्र की कुल 46 जेलों की बात करें तो इनकी कुल क्षमता 23,217 कैदियों को बंदी बनाये रखने की है, लेकिन इस वक्त इन तमाम जेलों के 34,422 कैदी बंद हैं. इनमें से अधिकतर कैदी वो हैं, जिनका अलग अलग मामलो में ट्रायल चल रहा है, कुछ की तो सज़ा भी पूरी हो चुकी है.