वैक्सीन की दोनों डोज लेने पर भी कोरोना निगेटिव रिपोर्ट होना जरूरी
गणेशोत्सव में गांव जाने वालों के लिए प्रशासन की तैयारी
मुंबई/दि. 21 – गणेश उत्सव करीब आ रहा है. हर साल मुंबई से लाखों की तादाद में लोग गणेश पूजा में अपने गांव जाते हैं. गांव जाने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी तादाद कोंकण क्षेत्र के लोगों की होती है. गणेशोत्सव के नजरिए से महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र के दो जिले बड़े अहम हैं. रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग जिले में हर साल लाखों की तादाद में लोग मुंबई से आते हैं. इस बार सिंधुदुर्ग जिले में करीब 2 लाख ऋद्धालुओं के आने का अंदाज़ा है.
पिछले साल मुंबई में कोरोना का कहर बहुत ज्यादा था. सिंधुदुर्ग में कोरोना संक्रमण नियंत्रण में था. प्रशासन द्वारा मुंबई से गांव आने वालों के लिए कड़े प्रतिबंध लागू किए गए थे. जिले में आने वाले लोगों के लिए तीन दिनों का आइसोलेशन व क्वारंटीन रहने के नियमों का कड़ाई से पालन किया गया था. इस वजह से काफी कम लोग गांव आए थे. इसके बावजूद गणेशोत्सव के बाद जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल गया था. इसीलिए इस बार प्रशासन अतिरिक्त सावधानी बरतने के मूड में है.
पिछली बार कोरोना प्रतिबंधों की वजह से बहुत कम लोग अपने-अपने गांव जा पाए थे. इस बार बड़ी तादाद में लोग गणेश पूजा में गांव जाने की तैयारी कर रहे हैं. दूसरी ओर प्रशासन भी अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रहा है. पिछली बार जब इतने प्रतिबंधों के बावजूद गणेशोत्सव के बाद कोरोना संक्रमण में तेजी आई थी तो इस बार तो खतरा और ज्यादा है. क्योंकि करीब 2 लाख लोग गांव आने वाले हैं. इस बात को देखते हुए प्रशासन की चिंता बढ़ गई है.
इसलिए जिला प्रशासन किसी भी तरह से कोई रिस्क उठाने को तैयार नहीं है. स्थानीय प्रशासन कड़े प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है. इसलिए उम्मीद की जा रही है कि जो भी श्रद्धालु मुंबई से सिंधुदुर्ग आएंगे उनकी कोरोना निगेटिव रिपोर्ट जरूर देखी जाएगी, या फिर उनका कोरोना टेस्ट करवाया जाएगा. रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही गांवों में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. जिन्होंने कोरोनारोधी वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई है, उनकी भी कोरोना टेस्टिंग की रिपोर्ट देखी जाएगी.
मुंबई से इतनी बड़ी तादाद में आनेवालों को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी के. मंजूलक्ष्मी ने खारेपाटण चेकपोस्ट और कणकवली रेलवे स्टेशन आकर तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जिले में दाखिल होने वाले सभी लोगों की कोरोना टेस्टिंग करवाई जाएगी. बड़ी तादाद में आने वाली गाड़ियों को ध्यान में रखते हुए पार्किंग की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी. पुलिस बल की संख्या बढ़ाई जाएगी. जिलाधिकारी ने रेल प्रशासन को भी स्टेशन पर पुलिस फोर्स की संख्या बढ़ाने की हिदायत दे दी है.
हालांकि जिलाधिकारी द्वारा अभी तक स्पष्ट तौर से यह निश्चित नहीं किया है कि प्रतिबंध कितने कड़े होंगे. फिलहाल स्थितियों का जायजा लिया जा रहा है. लेकिन कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) के डर को देखते हुए इतना तय है कि प्रतिबंधों में कोई ढिलाई या छूट नहीं दी जाएगी. अगले हफ्ते तक मुंबई से गांव आने वाले श्रद्धालुओं के लिए नियम तय हो जाएंगे. लेकिन जिलाधिकारी द्वारा दिए गए संकेतों से यही लग रहा है कि दोनों डोज लेने के बावजूद कोरोना टेस्ट करवाकर ही जिले में एंट्री देने की योजना है.