सीपीडीए ने दिया ‘हम हैं, हम रहेंगे’ का नारा
देशव्यापी अभियान के तहत यवतमाल में हुई सीपीडीए की बैठक
यवतमाल /दि.29- उपभोक्ता उत्पादकों के वितरण व्यवसाय से जुडे वितरक व्यवसायियों के सिर पर मंडरा रहे ऑनलाइन व ई कॉमर्स कंपनियों के खतरे को देखते हुए कंज्युमर प्रोडक्ट डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन द्वारा देशभर में वितरक व्यवसायियों को इस खतरे के खिलाफ जागरुक करते हुए एकजुट व संगठित करने का कार्य किया जा रहा है. जिसके तहत ‘हम हैं, हम रहेंगे’ का नारा बुलंद करते हुए गत रोज यवतमाल में सीपीडीए की जिलास्तरीय बैठक संपन्न हुई.
स्थानीय होटल एकवीरा में आयोजित बैठक में सीपीडीए के विदर्भ प्रमुख व प्रदेश सहसचिव श्याम शर्मा, अमरावती झोन के कोषाध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल, अमरावती झोन के सहसचिव किशोर मजेठिया, जिलाध्यक्ष जय बठिचा, किराना एसो. के अध्यक्ष दासभाई सूचक, चेंबर ऑफ कॉमर्स के मधुभाउ मूंधडा, चिल्लर किराणा एसो. के अध्यक्ष राधाकृष्ण जाधवानी व यवतमाल सीपीडीए के अध्यक्ष चंद्रशेखर दीक्षित ने जिलेभर से आये वितरक व्यवसायियों का मार्गदर्शन किया. इस समय सीपीडीए सहित एमपीडीएफ व कैट जैसे शीर्ष व्यापारी संगठनों के पदाधिकारी रहने वाले श्याम शर्मा ने व्यापारियों के साथ संवाद साधते हुए कहा कि, जहां एक ओर विभिन्न वस्तुओं की ऑनलाइन खरीदी विक्री की वजह से सरकार को बडे पैमाने पर जीएसटी में घाटा होता है. वहीं दूसरी ओर ऐसी ऑनलाइन खरीददारी के चलते ग्राहकों के साथ भी बडे पैमाने पर जालसाजी होती है. साथ ही ऑनलाइन ट्रेड और सुपर मॉल जैसी व्यवस्था का विपरीत परिणाम छोटे व्यापारियों पर हो रहा है. जिसकी वजह से परंपरागत व्यापार के लिए खतरा पैदा हो गया है. ऐसे में अपना अस्तित्व टिकाए रखने हेतु सीपीडीए द्वारा सभी व्यापारियों को जागरुक करने के साथ ही सरकार के साथ मिलकर इस समस्या के समाधान हेतु संघर्ष किया जा रहा है. अत: इस अभियान में सभी व्यापारियों ने शामिल होना चाहिए.
यवतमाल शहर व जिला सीपीडीए की ओर से आयोजित इस बैठक में संचालक सीपीडीए के जिला सचिव शशांक केंढे व आभार प्रदर्शन शहर सचिव गौरव मानेक ने किया. इस बैठक की सफलता हेतु विनोद जयस्वाल, सतीश कोट्टावार, प्रदीप नालमवार, आलोक मिमोदिया, सुनील ढोके, अमित केडिया, मनोजर चकुले व नीकेश खेतान सहित यवतमाल सीपीडीए के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने महत प्रयास किये. इस बैठक हेतु यवतमाल शहर सहित वणी, पांढरकवडा, दिग्रस, आर्णी, रालेगांव, कलंब तहसीलों के सभी वितरक व्यवसायी बडी संख्या में उपस्थित थे.