पहली ही बारिश में रेल्वे अंडरब्रिज की दीवार में दरार
रेल्वे प्रशासन का लचर कामकाज आया सामने
* जर्जर दीवार को गिराने का काम शुरु
अमरावती/दि.29– समिपस्थ चांदूर रेल्वे तहसील अंतर्गत मालखेड में रेल्वे प्रशासन का लचर कामकाज उजागर हुआ है. मालखेड से अमरावती की ओर आने वाले रास्ते पर रेल्वे पटरियों के नीचे बनाये गये अंडरब्रिज की तटबंदी वाली दीवार में दरार आ गई है और उस दीवार के सडक पर भरभराकर गिरने की संभावना बन गई थी. जिसे देखते हुए रेल्वे प्रशासन ने जेसीबी मशीन लगाकर उस दीवार को गिरा दिया.
विशेष उल्लेखनीय यह भी है कि, इन दिनों मानसून का सीजन शुरु हो गया है और बारिश का पानी भी इसी रेल्वे पुलिया में जमा हो रहा है. जिसके चलते यह अंडरब्रिज किचड और पानी से भर गया है. इसके चलते आवाजाही में बाधा उत्पन्न हो रही है. साथ ही साथ यहां पर कभी भी कोई बडा सडक हादसा घटित होने की संभावना बनी हुई है.
बता दें कि, मालखेड गांव में रहने वाले कई किसानों को खेती के काम हेतु इसी रास्ते से आना-जाना पडता है. ऐसे में ऐन बुआई के समय यह रास्ता बंद हो जाने के चलते किसानों में काफी चिंता देखी जा रही है. वहीं अब जल्द ही शालाएं भी शुरु हो जाएगी. जिसके चलते विद्यार्थियों को भी यहां से आने वाले में काफी दिक्कतों का सामना करना पडेगा.
इस संदर्भ में गांववासियों का कहना रहा कि, रेल्वे प्रशासन ने पुराने रेल्वे गेट और गांव में रहने वाले छोटे पुल को दोबारा शुरु करना चाहिए, ताकि इस खतरनाक हो चुके रेल्वे अंडरब्रिज से आना-जाना न करना पडे. साथ ही इस अंडरब्रिज के निर्माणकार्य की रेल्वे प्रशासन ने कडाई के साथ जांच करते हुए मजबूत निर्माण भी करना चाहिए. मालखेडवासियों के मुताबिक इस रेल्वे अंडरब्रिज के क्षतिग्रस्त हो जाने के चलते मालखेड गांव से अमरावती का संपर्क टूट गया है और अमरावती की ओर जाने वाला रास्ता बंद हो गया है. जिसका परिणाम सामान्य नागरिकों के साथ ही गांव के व्यवसायियों पर भी पडेगा.
* रेल्वे अंडरब्रिज का निर्माण पूरा होने से पहले ही रेल्वे प्रशासन ने रेल्वे क्रॉसिंग के गेट को बंद कर दिया था. जिसे लेकर ग्राम पंचायत में रेल्वे प्रशासन से पत्र व्यवहार भी किया था और रेल्वे पुल का निर्माण पूरा होने तक रेल्वे गेट को शुरु रखने का निवेदन भी किया था. लेकिन रेल्वे प्रशासन ने इसकी कोई दखल नहीं ली थी. चूंकि अब रेल्वे अंडरब्रिज आवाजाही के लिहाज से खतरनाक हो चुका है. अत: रेल्वे पुल का काम पूरा होने तक आम नागरिकों ने इस रास्ते से आवाजाही करना टालना चाहिए.
– कल्पना निचत,
सरपंच, मालखेड रेल्वे.