मुंबई/दि.8 – देश के कोरोना परिस्थिति की समीक्षा लेने वाले लॅन्सेट रिपोर्ट में शालेय शिक्षा बाबत विशेष रिपोर्ट सामने रखी गई. इसमें विद्यार्थियों के शैक्षणिक नुकसान के बारे में कहा गया है. इस दृष्टि से कुछ उपाय योजना भी तज्ञ समिति व्दारा सुझाये गये हैं. तज्ञों की समिति गठित कर वर्षभर के शैक्षणिक नुकसान की भरपाई करने के लिये नये अभ्यासक्रम की रचना की जाये, ऐसा बताया गया है. इसके साथ ही कथाकथन, समूह कृति आदि के माध्यम से अभ्यासक्रम तैयार कर छुट्टियों में विद्यार्थियों तक वह पहुंचाने के बारे में इसमें कहा गया है. वहीं जुलाई 2021 तक स्कूल शुरु न किये जाये, पश्चात परिस्थिति की समीक्षा कर आवश्यक उपाय योजना कर शाला शुरु की जाये. शैक्षणिक समयसारिणी तैयार कर विद्यार्थियों की दीर्घकाल तक उपयुक्त हो सके,ऐसा शिक्षण दिया जाये. इसके साथ ही अभ्यासक्रम में स्वास्थ्य और व्यवहार विषयक विषयों का समावेश किये जाने के बारे में भी सुझाव दिया गया.
यह सब करते समय देश केशाला तकनीकी ज्ञान सक्षम हो, इस उद्देश्य से शिक्षण हक कानून में तकनीकी ज्ञान हक अंतर्भूत किया जाये, ऐसा भी इसमें बताया गया है. विद्यार्थी फिर से स्कूल में जाकर शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे, मैदान में खेल सकेंगे इन सबका विचार कर यह सूचना किये जाने के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है. इस रिपोर्ट की तज्ञ समिति में मुंबई के टाटा मूलभूत विज्ञान संस्था के शास्त्रज्ञ संदीप जुनेजा और मुंबई महापालिका की दक्षा शहा का समावेश है.