क्राईम ब्रांच नजर आ रही क्लोजर रिपोर्ट के विरोध में
कहा: बैंक घोटाले मामले में याचिका की सुनवाई दूसरे न्यायाधीश के पास स्थानांतरित हो
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मुंबई पुलिस आर्थिक अपराध शाखा का मुंबई सत्र न्यायालय में आवेदन
मुंबई/दि.२७ – महाराष्ट्र को-आपॅरेटिव बैंक में हुए कथित घोटाले को लेकर मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की ओर से दायर क्लोजर रिपोर्ट के विरोध में दायर याचिकाओं की सुनवाई दूसरे न्यायाधीश के पास स्थानांतरित किए जाने की मांग को लेकर मुंबई सत्र न्यायालय में आवेदन दायर हुआ है. यह आवेदन याचिकाकर्ता माणिक जाधव ने वरिष्ट अधिवक्ता सतीश तालेकर के मार्फत दायर किया है.
अक्तूबर २०२० में ईओडब्ल्यू ने २५ हजार करोड रूपये के कथित घोटाले में राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार सहित ६९ लोगों को क्लीन चिट दे दी है. जिसके विरोध में सामाजिक कार्यकर्ता अण्णा हजारे, सुरेन्द्र अरोडा व माणिक जाधव ने कोर्ट में याचिका दायर की है.
वर्तमान में विशेष न्यायाधीश ए सी डागा के समक्ष मामले की सुनवाई जारी है. आवेदन में जाधव ने न्यायाधीश डागा पर प्रकरण की निष्पक्ष तरीके से सुनवाई न करने की बात कही. आवेदन में दावा किया गया है कि न्यायाधीश डागा मामले की सुनवाई में जल्दबाजी दिखा रहे है. मामले में निजी रूचि लेकर बचाव पक्ष के ज्यादातर आग्रह अस्वीकार कर रहे है. अभियोजन पक्ष का पक्ष ले रहे है. वे जल्दी मामले को लेकर अंतिम बहस शुरू करने को कह रहे है. जबकि याचिकाकर्ताओं ने न्यायाधीश से आग्रह किया था कि मामले से जुड़े ७३ हजार से अधिक दस्तावेजों के अध्ययन के लिए १२ सप्ताह का समय दिया जाए. क्योंकि मामले से कई तकनीकी व वित्तीय पहलू जुड़े हुए है.
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कई फाईले नहीं खुल रही है
आवेदन में कहा गया है कि दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी की गई है. जिसमें कुछ फाईले नहीं खुल रही है. लेकिन न्यायाधीश डागा मामले को लेकर पक्षपात कर रहे है. इसलिए मामले की सुनवाई किसी दूसरे न्यायधीश के सामने स्थानांतरित की जाए. तब तक प्रकरण की सुनवाई पर रोक लगाई जाए. कोर्ट ने आवेदन पर २८ अप्रैल २०२१ को सुनवाई रखी है.