पुणे दि.17- जलगांव के भाईचंद हीरचंद रायसोनी (बीएचआर) घोटाले के संशयित आरोपी सुनील झंवर व उनके बेटे सुरज झंवर को मोका के अपराध में फंसाने का भय दिखाकर विशेष सरकारी वकील प्रवीण चव्हाण ने दो करोड़ रुपए की खंडणी मांगने का प्रकार किए जाने की शिकायत डेक्कन पुलिस को मिली है.
इन दो करोड़ रुपए मेें से 1 करोड़ 22 लाख रुपए प्रवीण चव्हाण ने व उनके दो साथियों ने लिये जाने की शिकायत सुरज झंवर (जलगांव) ने पुलिस में सोमवार को दाखिल की है. उदय नानाभाऊ पवार एवं शेखर मधुकर सोनालकर यह चव्हाण के साथ अपराध दर्ज किये गए आरोपियों के नाम है. फिर्यादी सूरज झंवर द्वारा की गई शिकायत के अनुसार मेरे पिता कारागृह में थे, उस समय मेरे पिता को जेल से बाहर नहीं आने दूंगा,मोक्का लगाकर कार्रवाई करेंगे, तेरे संपूर्ण परिवार को इसमें फंसा दूंगा, और भी कई अपराध दर्ज होेेंगे. ऐसी धमकी देकर मुझे भय दिखाते हुए मुझसे 1 करोड़ 22 लाख रुपए आरोपियों ने वसुल किए, इनमें से 1 करोड़ रुपए प्रवीण चव्हाण ने रखे व 20 लाख रुपए उदय पवार ने मध्यस्थी करने के बदले में तथा दो लाख रुपए हवाले के मोबदले में लिए. इस तरह 1 करोड़ 22 लाख रुपए की खंडणी वसूल की. एड. प्रवीण चव्हाण ने वे विशेष सरकारी वकील होने के कारण उन्होंने उनके पद का गैरवापर कर मुझे धमकी देते मुझसे खंडणी वसुल की. मुझे झूठा आश्वासन देकर वे मेरे पिता को जमानत दिलवा सकते है, ऐसा बताया. जमानत यह न्यायालय में केवल गुणवत्ता पर ही होगी. इस बारे में संपूर्ण जानकारी होने के बावजूद उन्होंने यह राशि खंडणी के रुप में वसुल कर मुझसे धोखाधड़ी की. ऐसी ही झूठी शिकायत दर्ज कर खंडणी वसुल करने का रैकेट है.
आरोपियों ने आपस में संगनमत कर सरकारी लोकसेवक होने के पद का गैरवापर मुझे व मेरे पिता को नुकसान पहुंचाने के लिए उनके अधिकार का गैर इस्तेमाल कर मेरे पिता को जमानत दिलवाने में मदद करने सहयोग करने का आश्वासन देक व कोथरुड पुलिस थाने में दाखल अपराध में मुझे फंसाने का भय दिखाकर तथा मुझे व मेरे पिता को मोक्का लगाकर इसमें फंसाने का भय दिखाकर आर्थिक धोखाधड़ी की है.