महाराष्ट्र

रकम के लिहाज से साइबर बैंक फ्रॉड 300 फीसदी बढाकर 200 करोड से ऊपर

5 साल में 21 गुना बढे बैंक ग्राहकों के साथ साइबर फ्रॉड, प्राइवेट बैंकों में ज्यादा मामले

मुंबई/ दि.18 – हाल के वर्षो के दौरान देश के बैंकों में डिजीटल ट्रांजेक्शन बढा है, लेकिन साइबर फ्रॉड के मामले काफी तेजी से बढे है. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकडों के अनुसार देश में सिटीजन साइबर फाइनेशियल फ्रॉड (सीसीएफएफ) के मामले बीते 5 वर्षो में 21 गुना से भी ज्यादा बढ गए है. रकम के मामले में इस तरह के फ्रॉड करीब 300 फीसदी बढे है.
वित्त वर्ष 2016-17 दौरान जहां बैंको ने कार्ड/इंटरनेट धोखाधडी यानी एटीएम, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग के जरिये ग्राहकों के साथ होने वाली धोखाधडी के 3223 मामले दर्ज किए थे वहीं वित्त वर्ष 2020-21 में ऐसे मामलों की संख्या बढकर 69,410 हो गई. रकम के लिहाज से देखे तो जहां 2016-17 में कुल 45.56 करोड रुपए की धोखाधडी दर्ज की गई थी, वहीं 2020-21 में यह बढकर 200 करोड रुपए से अधिक हो गई. खासबात यह है कि बैंक ग्राहकों के साथ साइबर फ्रॉड की अधिकतर शिकायतें प्राइवेट बैंक से जुडी है. बैंक ग्राहकों के साथ साइबर फ्रॉड के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में दर्ज किए गए है. 2016-17 के दौरान महाराष्ट्र में ग्राहकों के साथ कार्ड/इंटरनेट से जुडे बैंकिंग फ्रॉड के 1,075 मामले दर्ज किए गए थे, जो 2020-21 में बढकर 26,522 हो गए.

साइबर फ्रॉड के मामले में टॉप 5 बैंक
2016-17                               फ्रॉड की राशि
आईसीआईसीआई                       8.82
अमेरिकन एक्सप्रेस                     7.31
स्टैंडर्ट चार्टर्ड बैंक                         5.93
एचडीएफसी बैंक                          4.53
सिटी बैंक                                    4.40
2020-21                                 फ्रॉड की राशि
कोटक महिंद्रा बैंक                        64.20
एक्सिस बैंक                                 29.62

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