महाराष्ट्र

दहीहांडी को छूट नहीं

सीएम ठाकरे का निर्णय

  • सादे ढंग से त्यौहार मनाने का किया आवाहन

मुंबई/दि.23 – कोविड संक्रमण के खतरे और तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए इस वर्ष भी दहीहांडी का उत्सव हमेशा की तरह जल्लोषपूर्ण ढंग से नहीं मनाया जायेगा. यह अब पुरी तरह से स्पष्ट हो गया है. राज्य के विभिन्न गोविंदा पथकों के प्रतिनिधियों के साथ हुई ऑनलाईन बैठक में खुद मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने इस आशय के संकेत दिये है.
दहीहांडी उत्सव के आयोजन को थोडे बहुत प्रमाण में छूट दिये जाने की मांग राज्य के विभिन्न गोविंदा पथकों द्वारा राज्य सरकार से की गई थी. जिसके मद्देनजर सीएम ठाकरे की गोविंदा पथकों के प्रतिनिधियों के साथ भी ऑनलाईन बैठक हुई. जिसमें उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात, गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील भी शामिल हुए थे. इस बैठक के दौरान सीएम ठाकरे ने इस बार गोविंदा पथकों को संयम बनाये रखने का आवाहन करते हुए कहा कि, सबसे पहले सभी लोगों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और कुछ समय के लिए पर्व एवं त्यौहारों को परे रखते हुए मानवता का परिचय देकर कोरोना को खत्म किया जाना चाहिए. ऐसा संदेश महाराष्ट्र से पूरी दुनिया तक पहुंचना चाहिए. बैठक में उपस्थित गोविंदा पथक के प्रतिनिधियों ने भी सीएम उध्दव ठाकरे के इस आवाहन को सकारात्मक प्रतिसाद दिया है, ऐसी जानकारी मिली है. साथ ही कई गोविंदा पथकों के प्रतिनिधियों ने सीएम उध्दव ठाकरे को बताया कि, वे इस बार विभिन्न तरह के सामाजिक व स्वास्थ्य विषयक उपक्रम शुरू करने जा रहे है.
उल्लेखनीय है कि, राज्य में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से सभी प्रतिबंधों को धीरे-धीरे शिथिल करने का काम राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है. किंतु सभी धार्मिक स्थल फिलहाल बंद है. ऐसे में भाजपा ने सरकार विरोधी भूमिका अपनायी है. वहीं अब राज्य सरकार ने दहीहांडी उत्सव को अनुमति देने से भी इन्कार कर दिया. ऐसे में अब भाजपा द्वारा क्या भूमिका अपनायी जाती है, इसकी ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है.

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