मुंबई/दि.16 – हाल ही में हुए जीनोम सीक्वेंसिंग से एक बड़ी गंभीर खबर सामने आई है. इस जांच से पता चला है कि महाराष्ट्र में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के कुल 66 केस हैं. इनमें डेल्टा प्लस वेरिएंट के 3 अलग-अलग रूप सामने आए हैं. ये तीन अलग-अलग वायरस हैं Ay.1,Ay.2 और Ay.3. डेल्टा प्लस वेरिएंट के इन तीन अलग-अलग रूपों का प्रभाव कितना खतरनाक हो सकता है, इस बारे में फिलहाल जानकार कुछ बताने की स्थिति में नहीं हैं. उनकी तरफ से यही बात सामने आ रही है कि और रिसर्च और स्टडी के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है.
वैज्ञानिकों ने डेल्टा प्लस स्ट्रेन के ऐसे 13 अलग-अलग रूपों का पता लगाया है. Ay.1,Ay.2 और Ay.3. ये शुरुआत के 3 रूप हैं जो आगे 13 तक जाते हैं. महाराष्ट्र में इन 13 में से शुरुआत के तीन रुपों का पता लगा है. बता दें कि डेल्टा वेरिएंट में म्यूटेशन के बाद डेल्टा प्लस वेरिएंट तैयार हुआ है. ये डेल्टा के स्पाइक प्रोटीन में K417N नाम के एक एक्स्ट्रा म्यूटेशन की वजह से तैयार हुआ है. ये संक्रमित कोशिकाओं के लिए वायरस के अटैचमेंट को बढ़ा देता है.
मुंबई की स्थिति देखें तो यहां पूर्वी इलाके में एक 63 साल की महिला की मौत हुई है. इस केस को मिलाकर मुंबई में डेल्टा प्लस वेरिएंट के अब तक 11 केस सामने आए हैं. मृतक महिला के परिवार से ही 6 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें से 2 लोगों में कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट पाया गया है. इन दोनों में एक तो परिवार का ही सदस्य है जबकि दूसरा घरेलु काम के लिए रखा गया है और उसका रहना घर के पास की एक झुग्गी में है.
इसके अलावा महाराष्ट्र में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट से दो और मौतें भी दर्ज हुई हैं. पिछले महीने महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में 69 साल की एक बुजुर्ग महिला की मौत कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट से ही हो गई थी. साथ ही रत्नागिरि में भी 80 साल की एक महिला की जान इसी वेरिएंट की वजह से चली गई थी.
महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वेरिएंट के अब तक 66 केस सामने आ चुके हैं. इनमें 5 लोगों की मौत हो चुकी है. हैरानगी की बात यह है कि जिन 66 लोगों में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट पाए गए हैं, उनमें से कुछ लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी थी. राज्य के अलग-अलग हिस्सों से मरीजों के सैंपल्स को लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग के टेस्ट के लिए भेजा गया था. उसी जांच की रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है.
महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस के सबसे ज्यादा केस उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव से सामने आए हैं. यहां 13 ऐसे केस मिले हैं. इसके बाद कोंकण क्षेत्र के रत्नागिरि से 12 केस सामने आए हैं. तीसरे नंबर पर मुंबई है. मुंबई में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 11 केस सामने आए हैं.