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प्रसूति के दौरान माता सहित नवजात की मृत्यु

अचलपुर उपजिला अस्पताल का मामला

* सिकलसेल बीमारी से ग्रसित थी प्रसूता
* परिजनों ने डॉक्टरों की लापरवाही का लगाया आरोप
* मृत्यु की गहन जांच करने की मांग
परतवाड़ा/दि.13 – चिखलदरा तहसील के खटकाली गांव की 19 वर्षीय महिला की प्रसुती के दौरान नवजात बालक सहित दर्दनाक मौत होने का मामला बुधवार 12 फरवरी को अचलपुर के उपजिला अस्पताल में घटित हुआ है. मृतक महिला सिकलसेल बीमारी से ग्रसित थी ऐसी जानकारी मिली है.
अचलपुर उपजिला अस्पताल में सिकलसेल ग्रसित उस गर्भवती महिला को प्रसूती के लिए दाखिल किया गया था. जिसके बाद संबंधित डॉक्टरों व कर्मचारियों ने अमरावती में तत्काल क्यों नहीं भेजा. ऐसा सवाल यहां उपस्थित किया जा रहा है. इस बीच मृतक गर्भवती महिला के रिश्तेदारों ने डॉक्टर और कर्मचारियों के कार्यप्रणाली पर अनेक सवाल उठाये है. महिला की मृत्यु की गहन जांच करने की मांग भी रिश्तेदारों ने की है. सिकलसेल बिमारी से ग्रसित गर्भवती महिला को प्रसूति के दौरान पिछले 9 माह से आवश्यक उपचार मिला या नहीं यह भी यहां एक गंभीर सवाल है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार चिखलदरा तहसील के खटकाली गांव की मृतक महिला जयश्री सुरेश भास्कर (19 वर्ष) यह सिकलसेल से ग्रसित महिला को चिखलदरा के शासकीय अस्पताल में उपचार किया गया. जहां उसका वहीं पर पहले से उपचार शुरु था. इस बीच उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ जाने से जयश्री को अचलपुर के उपजिला अस्पताल में तत्काल प्रसूति के लिए रेफर किया गया. प्रसूति के दौरान गर्भवती महिला जयश्री व नवजात बालक की दर्दनाक मौत हो गई. परंतु यहां सवाल उपस्थित किया जा रहा है कि, सिकलसेल बीमारी से ग्रसित जयश्री पर संबंधित डॉक्टर व कर्मचारियों द्वारा तत्काल योग्य उपचार क्यों नहीं किया गया. डॉक्टरों द्वारा उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप रिश्तेदारों ने लगाया है. एक ओर जयश्री को पिछले 9 माह से प्रसूति के लिए सिकलसेल के संदर्भ में योग्य उपचार दिया गया है या नहीं इस बात की जानकारी भी डॉक्टरों को नहीं है. इस समय मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र के विधायक केवलराम काले के स्विय सहायक भी अचलपुर के उपजिला अस्पताल पहुंच गये. मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र में गर्भवती आदिवासी माताओं की मृत्यु की संख्या रोकने के लिए शासन व प्रशासन को सफलता नहीं मिल पा रही है जिसका यह जिवंत उदाहरण देखने मिला है. इस मामले की जांच कर दोषी डॉक्टरों व कर्मचारियों पर कारवाई करने की मांग परिजनों द्वारा की गई है.

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