महाराष्ट्र

२ दिन में होगा लॉकडाउन को लेकर निर्णय

  • मुख्यमंत्री ने कहा संक्रमण को रोकने और कोई दूसरा विकल्प नहीं

  • सर्वदलीय बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा

मुंबई/दि.१० – महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि लॉकडाउन के अलावा और कोई विकल्प नहीं है. अन्यथा ११ से १५ अप्रैल तक हालात और खराब होंगे. कोरोना की चेन तोड़ना जरूरी है. वैक्सीन लगाने के बाद भी लोग कोरोना संक्रमित हो रहै हैं. संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन जरूरी है. संभवत २ दिन में लॉकडाउन को लेकर निर्णय लिया जाएगा. ठाकरे ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में 8 दिन के लिए कड़ी पाबंदियां लागू हो सकती हैं . पाबंदियों में धीरे-धीरे छूट दी जा सकती है. वहीं कल रविवार को राज्य कोविड टास्क फोर्स की आपात बैठक बुलायी गई है.
इस बैठक में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए.
महाराष्ट्र में रोजाना 55 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के नए मामले आ रहे हैं. कोरोना महामारी को देखते हुए महाराष्ट्र में दो से तीन सप्ताह के लिए संपूर्ण लॉकडाउन लागू करने के राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने संकेत दिए हैं. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बीत दिन कहा था कि अगर हालात ऐसे ही खराब होते रहे तो जल्द ही राज्य में दो से तीन हफ्ते के लिए संपूर्ण लॉकडाउन लगाया जा सकता है.
बता दें कि, राज्य में तेजी से बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने 30 अप्रैल तक वीकेंड लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू समेत अन्य पाबंदियों की घोषणा की थी. इसके तहत शुक्रवार रात 8 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक पाबंदियां लागू रहेंगी. इस दौरान सभी आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है. चिकित्सा दुकानों और दूध केंद्रों को छोड़कर अन्य सभी दुकानें और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भोजन की होम डिलीवरी की अनुमति दी गई है. आदेश में कहा गया है कि लोग फूड पार्सल लेने के लिए होटल और रेस्टोरेंट में नहीं जा सकते. छात्रों को माता-पिता के साथ परीक्षा देने की अनुमति दी गई है.
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने के लिए सप्ताहांत पर लगाए गए लॉकडाउन को अब तक उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है और मुंबई, पुणे, औरंगाबाद तथा नागपुर समेत राज्य के अधिकतर हिस्सों में सड़कें और बाजार सुने पड़े हैं. यह जानकारी शनिवार को अधिकारियों ने दी. बहरहाल, राजधानी मुंबई के कुछ बाजारों समेत राज्य के कुछ स्थानों पर लोगों को एक ही जगह पर बड़ी संख्या में जमा होकर दूरी और अन्य नियमों को तोड़ते देखा गया. राज्य में पहला सप्ताहांत लॉकडाउन शुक्रवार रात आठ बजे शुरू हुआ और यह सोमवार सुबह सात बजे तक जारी रहेगा.
बता दें कि, सप्ताहांत पर लॉकडाउन लगाने की घोषणा रविवार को की गई थी और राज्य सरकार ने सप्ताह के अन्य दिवसों में रात्रि कर्फ्यू और दिन में निषेधात्मक आदेश लागू करने का ऐलान किया था. यह ब्रेक द चेन कोविड-19 कार्य योजना का हिस्सा है. सप्ताहांत पर लॉकडाउन और अन्य पाबंदियां 30 अप्रैल तक जारी रहेंगी. देश की आर्थिक राजधानी में दक्षिण मुंबई जैसे कुछ इलाके तो लॉकडाउन के कारण पूरी तरह से सुनसान पड़े रहे, लेकिन मध्य मुंबई के बाजारों में तथा शहर के पूर्वी हिस्से के कुछ उपनगरों में कुछ लोग घरों से बाहर निकले और उन्होंने कुछ स्थानों पर भीड़ भी लगाई.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दादर सब्जी मंडी में बड़ी संख्या में लोग देखे गए और उनमें से कई ने तो मास्क भी नहीं लगाया हुआ था. शहर के कई स्थानों पर लोग शराब की दुकानों के बाहर कतारें लगाए देखे गए। लोग नियमों का पालन करें, यह सुनिश्चित करने के लिए मुंबई पुलिस ने कर्मियों की तैनाती की है. मुंबई पुलिस ने ट्विटर पर कहा, इंडोर मोड ऑनर्‍ (घर में रहने का समय शुरू)! रात आठ बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक सप्ताहांत लॉकडाउन को लेकर शुक्रवार शाम को याद दिला रहे हैं. हम लोगों से आग्रह करते हैं कि जरूरी सेवाओं और मेडिकल आपातकाल को छोड़कर घरों से बाहर न निकलें. घर में ही रहो मुंबई वासियों. मुंबई की मदद करें, सुरक्षित रहें.
पुणे में सप्ताहांत में लगे लॉकडाउन को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और सभी दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान, प्रमुख बाजार बंद रहे और सड़कों पर भी लोग नहीं दिखे. संयुक्त पुलिस आयुक्त रविंद्र शिसावे ने बताया, पुणे में सप्ताहांत लॉकडाउन को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. दवा की दुकानों को छोड़कर लगभग सभी अन्य दुकानें, वाणिज्यिक प्रतिष्ठान और बाजार क्षेत्र बंद हैं. लोग सड़कों पर नहीं निकल रहे हैं और जो निकले भी हैं उनमें से 95 फीसदी के पास वाजिब कारण था.
पुणे में लॉकडाउन शुक्रवार शाम को छह बजे शुरू हो गया था. औरंगाबाद में सप्ताहांत लॉकडाउन ने लोगों की आवाजाही को नियंत्रित कर लिया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि लोगों ने अपनी यात्रा योजना स्थगित कर दी है और सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों में भी कमी आई है. पुलिस उपायुक्त निखेश खटमोड ने कहा, मार्च के दूसरे सप्ताह से मामलों में बढ़ोतरी के कारण औरंगाबाद जिले में सप्ताहांत लॉकडाउन लागू हुआ है. यह सप्ताहांत के दौरान अनावश्यक भीड़ से बचने के लिए किया गया है. नागपुर के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि शहर में सप्ताहांत लॉकडाउन को अब तक अच्छी प्रतिक्रिया मिली है.

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