मुंबई/दि.21 – विगत मार्च माह से राज्य के सभी कॉलेज कोरोना एवं लॉकडाउन के चलते बंद है. वहीं अब अनलॉक की प्रक्रिया जारी रहने के दौरान शालाओं के साथ-साथ कालेजों को भी शुरू करने का विचार सरकार द्वारा किया जा रहा है. इस संदर्भ में इस माह के अंत तक निर्णय होना अपेक्षित है. ऐसी जानकारी उच्च व तंत्रशिक्षा मंत्री उदय सामंत द्वारा दी गई है.
बता दें कि, कोरोना काल के दौरान पूरी तरह बंद रही पढाई-लिखाई को सरकार द्वारा ऑनलाईन स्वरूप में शुरू किया गया, लेकिन विज्ञान व इंजीनिअरींग की शिक्षा प्राप्त करनेवाले विद्यार्थियों को प्रात्यक्षिक शिक्षा देना अनिवार्य व आवश्यक होता है. साथ ही पीएचडी एवं पदव्युत्तर पदवी शिक्षा लेनेवाले विद्यार्थियों के लिए भी ऑफलाईन मार्गदर्शन, सर्वेक्षण व निरीक्षण प्राप्त करना आवश्यक होता है. ऐसे में इन विद्यार्थियों के लिए ऑफलाईन कॉलेज शुरू करने की मांग हर स्तर से की जा रही है. इस बारे में पूछे जाने पर मंत्री उदय सामंत ने स्पष्ट किया कि, कॉलेज शुरू करने को लेकर सरकार पूरी तरह से सकारात्मक है और इस संदर्भ में मंत्रिमंडल की बैठक में जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जायेगा. जिस तरह चरणबध्द ढंग से शालाओं को शुरू किया गया, उसी तरह कॉलेज भी शुरू करने का विचार है. जिसके तहत इस बात पर विचार-विमर्श किया जा रहा है कि, 50 फीसदी विद्यार्थियों की उपस्थिति के साथ कॉलेजों को कैसे शुरू किया जा सकता है. साथ ही इस हेतु किस तरह की सावधानियां बरतनी होगी.
छात्रवृत्ति का मिलेगा लाभ
राज्य में इस समय जाति वैधता प्रमाणपत्र मिलने हेतु विद्यार्थियों को काफी लंबी प्रतीक्षा करनी पड रही है. यह प्रमाणपत्र नहीं मिलने के चलते जिन विद्यार्थियोें ने खुले प्रवर्ग से आवेदन किया है, उन विद्यार्थियों के प्रवेश निश्चित होने पर उन्हें राजर्षी शाहु महाराज छात्रवृत्ति का लाभ दिया जायेगा. ऐसे में उन्हेें किसी तरह का कोई शुल्क नहीं भरना होगा. ऐसा भी मंत्री उदय सामंत द्वारा बताया गया है.