
वर्धा /दि.11– ग्रीन ट्रिबिनल द्वारा पोल्ट्री फार्म यानि कुक्कुटपालन व्यवसाय को गांव के लिए खतरनाक बताये जाते ही समुद्रपुर तहसील अंतर्गत चिखली गांव में रहने वाले पोल्ट्री फार्म को तुरंत गांव से हटाये जाने की मांग गांववासियों द्वारा की जा रही है और इस पोल्ट्री फार्म की अनुमति को तुरंत रद्द नहीं करने पर गांववासियों ने सडक पर उतरकर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
बता दें कि, इन दिनों कुक्कुटपालन का व्यवसाय बडे पैमाने पर बढ गया है और रोजगार के साथ ही भरपूर कमाई देने वाले व्यवसाय के तौर पर इसे देखा जाता है. जिसके चलते एक पूर्व विधायक ने करोडों रुपए की लागत लगाकर पोल्ट्री फार्म बनाना शुरु किया है. परंतु इस व्यवसाय को शुरु करने हेतु कुछ नियम व शर्ते भी लागू होती है और प्रतिबंधों कापालन करना होता है. ऐसा नहीं होने पर पर्यावरण विषयक संस्था द्वारा हस्तक्षेप करते हुए उस पोल्ट्री फार्म को बंद किया जा सकता है. इसी के तहत नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानि राष्ट्रीय हरीत लवाद नामक पर्यावरण विषयक सर्वोच्च संस्था ने चिखली गांव में स्थित पोल्ट्री फार्म को लेकर हस्तक्षेप किया है और इस पोल्ट्री फार्म को गांव के लिए खतरा बताया है. जिसके चलते गांववासियों ने इस पोल्ट्री फार्म को तुरंत चिखली गांव से अन्यत्र स्थलांतरीत करने तथा इस पोल्ट्री फार्म को दी गई अनुमति को रद्द करने की मांग उठाई है. अन्यथा तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है.