महाराष्ट्र

राज्य में दंत प्रयोगशाला सहायक अभ्यासक्रम जल्द ही

स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दी जानकारी

मुंबई/दि.18– महात्मा ज्योतिबा फुले जनआरोग्य योजना अंतर्गत दंत वैद्यों को शामिल करने हेतु आवश्यक प्रयास किये जायेंगे. साथ ही इंडियन डेेंटल एसोसिएशन व काउंसिल के माध्यम से सेवाएं बढाई जाये और दंत प्रयोगशाला सहायक (डेंटल लैब असिस्टंट) इस नये पद हेतु प्रमाणपत्र या पदवी पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए कार्यक्रम तैयार किया जाये. जिसके लिए सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी. इस आशय का प्रतिपादन राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे द्वारा किया गया.
गत रोज यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में महाराष्ट्र राज्य दंत परिषद द्वारा कोविड दंत योध्दा पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया था. स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे की अध्यक्षता में इस कार्यक्रम में पुरस्कारों का वितरण वैद्यकीय शिक्षा मंत्री अमित देशमुख के हाथों किया गया. इस समय अपने संबोधन में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि, दंत चिकित्सा के क्षेत्र में विविध पदों को भरने की कार्रवाई शुरू है. साथ ही ग्रामीण अस्पतालों में भी दंत चिकित्सक के पद निर्माण किये जा रहे है, ताकि ग्रामीण इलाकोें में भी दंत रोगोें पर उपचार उपलब्ध हो. इसके साथ ही दंत चिकित्सा क्षेत्र के लिए नीति तय करने हेतु दंत परिषद ने अभ्यास गुट के जरिये अपनी सिफारिशें सरकार को पेश करनी चाहिए. यदि कुछ नीतिगत बदलावों पर ध्यान दिया जाता है, तो इस क्षेत्र को उर्जितावस्था प्राप्त हो सकती है.

* दंत क्षेत्र में संशोधन जरूरी
इस समय अपने विचार व्यक्त करते हुए वैद्यकीय शिक्षा मंत्री अमित देशमुख ने कहा कि, अब ऑर्थो डेंटल व कॉस्मेटिक डेंटल की नई शाखाएं सामने आ गई है तथा दंत चिकित्सा के क्षेत्र में और भी अधिक संशोधन होने की जरूरत है. सरकार द्वारा इस क्षेत्र में जल्द ही बडी भरती की जायेगी तथा शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी दंत चिकित्सा की सेवा उपलब्ध करने हेतु डेंटल चेयर उपलब्ध करायी जायेगी व पदभरती की जायेगी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, महाराष्ट्र राज्य दंत चिकित्सा के क्षेत्र में अग्रगण्य कैसे साबित होगा, इसके लिए दंत परिषद द्वारा अभ्यासात्मक रिपोर्ट पेश की जाये और परिषद की सिफारिशों पर सरकार द्वारा सकारात्मक विचार करते हुए आवश्यक निर्णय लिया जायेगा.

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