नागपुर/दि. 1– यवतमाल-वाशिम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में वोटो का फर्क पाए जाने से मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ ने शुक्रवार को केंद्रीय चुनाव आयोग व चुनाव निर्णय अधिकारी नोटिस देकर इस पर आगामी 26 जून तक जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है.
इस संदर्भ में समनक जनता पार्टी के उम्मीदवार अनिल राठोड ने याचिका दायर की है. इस पर न्यायमूर्ती अभय मंत्री के समक्ष सुनवाई हुई. यवतमाल-वाशिम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में गत 26 अप्रैल को चुनाव हुए. इसमें 62.87 प्रतिशत यानी 12 लाख 20 हजार 189 मतदाताओं ने मतदान का हक अदा किया, ऐसा चुनाव निर्णय अधिकारी ने घोषित किया और भारतीय चुनाव आयोग को इसकी रिपोर्ट भी भेजी. राठोड ने चुनाव अधिकारी कार्यालय से वाशिम व रालेगांव विधानसभा क्षेत्र के बुथनिहाय मतदान की आंकडेवारी मिलाई तब 25 वोट अधिक पाए गए. चुनाव अधिकारी ने वाशिम से 2 लाख 15 हजार 948 तथा रालेगांव से 1 लाख 93 हजार 973 मतदाताओं ने मतदान किया रहने की घोषणा की थी. लेकिन बुथनिहाय आंकडेवारी में वाशिम से 2 लाख 15 हजार 953 तथा रालेगांव से 1 लाख 93 हजार 993 मतदाताओं ने मतदान किया दिखाई देता है. वाशिम में 5 तथा रालेगांव में 20 वोट अधिक है. इस कारण संपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र की बुथनिहाय मतदान की जांच करें तो लाखो वोट की गडबडी हो सकती है, ऐसा दावा याचिका में किया गया है.
* मतगणना को स्थगिति देने से इंकार
अनिल राठोड ने इस संदर्भ में 29 मई को चुनाव निर्णय अधिकारी को ज्ञापन प्रस्तुत किया है. इस पर निर्णय लेने के निर्देश दिए जाए, ऐशी राठोड की मुख्य मांग है. साथ ही उन्होंने 4 जून को होनेवाली मतगणना को ज्ञापन पर निर्णय होने तक स्थगिति देने का अनुरोध भी किया था. लेकिन न्यायालय ने विविध कानूनी बात को ध्यान में लेते हुए यह अनुरोध मंजूर करने से इंकार कर दिया. राठोड की तरफ से एड. मोहन गवई व एड. राजू कडू ने काम संभाला.