महाराष्ट्र

अभियांत्रिकी पदविका को अब सीधा प्रवेश, सीईटी की शर्त भी रद्द

उच्च व तंत्र शिक्षण मंत्री उदय सावंत की जानकारी

मुंबई/ दि.१९ – बारहवीं में विशिष्ट विषय लेकर उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों को अभियांत्रिकी पदविका पाठ्यक्रम के द्वितीय वर्ष में सीधे प्रवेश मिलेगा. इसके लिए अब तक आवश्यक सभी पात्रता में बदलाव करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. इस निर्णय से निश्चित किए कोई भी तीन विषय लेकर बारहवी उत्तीर्ण विद्यार्थियों को सीधे द्वितीय वर्ष अभियांत्रिकी पदविका पाठ्यक्रम में प्रवेश मिलेगा. साथ ही इस पाठ्यक्रम के लिए सीईटी भी नहीं ली जायेगी. इस तरह की जानकारी उच्च व तंत्र शिक्षामंत्री उदय सावंत ने दी है.
राज्य में इससे पहले भौतिकशास्त्र, रसायनशास्त्र यह अनिवार्य विषयों के साथ ही गणित व जीवशास्त्र इनमें से एक विषय लेकर बारहवी की परीक्षा उत्तीर्ण होने की शर्त रखी गई थी. उसमें अब बदलाव कर शैक्षणिक वर्ष २०२१-२२ की बारहवीं में भौतिकशास्त्र, गणित, रसायन शास्त्र, कम्प्यूटर सायंस, इलेक्ट्रानिक्स, सूचना तकनीक, जीवशास्त्र, इन्फ्रामेटिक्स प्रॅक्टीस, जैव तंत्रज्ञान, टेक्नीकल होकेशनल, एग्रीकल्चर, अभियांत्रिकी ग्राफिक्स, बिजनेस स्टॅडी, आंत्रपे्रन्युअरशिप आदि विषयों में से किसी भी तीन विषय लेकर बारहवी उत्तीर्ण हुए हो तो ऐसे विद्यार्थियो को सीधे द्वितीय वर्ष अभियांत्रिकी पदविका पाठ्यक्रम मेें प्रवेश दिया जायेगा. पदविका शिक्षण संस्था में कश्मीरी विस्थापितों के साथ ही कश्मीर से विस्थापित न होते हुए कश्मीर घाटी में रह रहे कश्मीरी पंडित,कश्मीरी हिन्दु परिवार (निवासी) और जिनके पास अधिवास प्रमाणपत्र है, ऐसे उम्मीदवारों को प्रवेश के लिए आरक्षित सीटे रखी है. ऐसा भी सामंत ने कहा. प्रथम वर्ष पदविका पाठ्यक्रम के प्रवेश के लिए सामाइक प्रवेश परीक्षा (सीईटी) नहीं ली जायेगी. १० वीं व १२वीं के विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जायेगा. यह मूल्यांकन व नतीजों के आधार पर बोर्ड द्वारा गुणपत्रक प्रमाणपत्र दिया जायेगा. जिससे इस गुणपत्रक के आधार पर ही दसवीं व बारहवीं के बाद के पदविका पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेते समय दसवीं-बारहवीं के अंकों का विचार किया जायेगा. इस तरह की जानकारी सामंत ने दी.

  • रिक्त सीटों पर आर्थिक पिछडों को प्रवेश

पदविका अभियांत्रिकी पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के रिक्त रहे आर्थिक मागास प्रवर्ग (ईडब्ल्यूएस) सीटें सीधे द्वितीय वर्ष के रिक्त सीटों में ग्राह्य मानी जायेगी. ऐसे प्रथम वर्ष के रिक्त रहे ईडब्ल्यूएस प्रवर्ग की सीटें ईडब्ल्यूएस प्रवर्ग के उम्मीदवारों को सीधे द्वितीय वर्ष के प्रवेश के लिए उपलब्ध रहेगी. सीधे द्वितीय वर्ष के प्रवेश के लिए राज्य के महाविद्यालयों में बडी मात्रा में सीटे बढाई जायेगी. इस तरह की जानकारी उदय सावंत ने दी.

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