कुर्हा/दि.29-तिवसा तहसील के कुर्हा परिसर में रबी सीजन में गेहूं की ली गई. इस बार मौसम के कारण गेहूं की बुआई देरी से होने से फसल पर संकट मंडराया. प्रति एकड 10 से 15 बोरे होने वाला गेहूं केवल 2 से 3 बोरे पर रह गया. बावजूद कुछ किसानों ने गेहूं की बुआइ्र की. किंतु फसल पर रोक का प्रकोप होने से हताश किसानों ने खडी फसल के बीच चराई के लिए पशुओं को छोड दिया. फसल लागत पर भारी खर्च हुआ. लागत खर्च भी निकलना मुश्किल होने से किसानों में चिंता देखी जा रही है. अगले सीजन की फसल किसके भरोसे लें, यह सवाल किसानों के समक्ष खडा हो गया है. फसल को उचित दाम नहीं मिलने से किसान परेशान है. जब किसान बाजार में बिक्री के लिए उपज माल ले जाते है, तब उन्हें उचित दाम नहीं मिलता, और बाद में दाम में बढोतरी दिखाई देती है. ऐसी स्थिति में किसानों ने क्या करना चाहिए, फसल पर लागत खर्च कैसे करें, यह समस्या उनके समक्ष निर्माण हो गई है. किसानों को सरकार ने आर्थिक मदद करने की मांग जोर पकड रही है.