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मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिए निर्देश
मुंबई/दि.25 – कोरोना की दूसरी लहर अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है. संभावित तीसरी लहर का मुकाबला हमें करना है. डेल्टा प्लस जीवाणु से भी धोखा है. जिसमें परिस्थितियों को देखते हुए सभी नागरिक शासन व्दारा दिए गए नियमों का पालन करें जल्दबाजी में व्यवसाय शुरु न करें ऐसे निर्देश राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिए है. वे राज्य के रायगढ, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा, सांगली, कोल्हापुर व हिंगोली इन सात जिलों के जिलाधिकारियों को ऑनलाइन बैठक व्दारा कोरोना संक्रमण को लेकर बोल रहे थे.
इस अवसर पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भी उपस्थित थे. मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में हमने ऑक्सीजन की कमतरता का अनुभव लिया है इसलिए जिले में ऑक्सीजन का भरपुर संग्रह करे. दुर्गम व ग्रामीण क्षेत्र में औषधियां व अन्य आवश्यक वैद्यकीय सामग्री उपलब्ध करवाए. अस्पतालों जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाने हेतु उसके लिए इमारत का नियोजन करें.
इस अवसर पर टॉक्सफोर्स के डॉ. संजय ओक और शशांक जोशी ने कहा कि सातों जिलों में जांच बढानी पडेगी, जीवाणु के लक्ष्ण बदल रहे है. टीकाकरण के विषय में नागरिकों के मन में जो भ्रामक कल्पना है वह निकालनी होगी और उन्हें टीककरण के लिए प्रवृत्त करना होगा. इस समय ऑनलाइन बैठक में उपस्थित सभी जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जिलों में की जा रही उपाय योजनाओं की जानकारी ली और प्रयोगशालाओं के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से विनती की.
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने राज्य के सात जिलों की कोरोना को लेकर समीक्षा की. जिसमें राज्य संपूर्ण राज्य में पॉजीटीव मरीजों की दर 0.15 फीसदी कम हुई है. किंतु राज्य के सातों ही जिलों में यह संख्या दोगुना से तीन गुना है ऐसा समीक्षा बैठक में डॉ. प्रवीण व्यास ने कहा. रत्नागिरी में पहली लहर में 3,074 मरीज तथा दूसरी लहर में 5,600, सिंधु दुर्ग में पहली लहर में 1,346 तथा दूसरी लरह में 5,500, हिंगोली में पहली लहर में 660 तथा दूसरी लहर में 675 मरीज पाए गए जिसमें सर्तकता बरतने के निर्देश मुख्मंत्री उद्धव ठाकरे ने दिए.