महाराष्ट्र

अमरावती में अमेरिका से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं है क्या ?

  •  लॉकडाउन का विरोध करनेवालों को सीएम ठाकरे ने सुनाये खडे बोल

  •  जनता की जान बचाने लॉकडाउन को बताया जरूरी

  •  उल्लंघन करनेवालोें के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी

  •  विधानसभा में अभिभाषण के जवाब में रखे अपने विचार

मुंबई/दि.3 – इस समय अमरीका सहित इंग्लैंड, जर्मनी व फ्रान्स जैसे अति विकसित देशोें में स्वास्थ्य संबंधी तमाम अत्याधुनिक सेवाएं उपलब्ध रहने के बावजूद कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन लगाये जाने की नौबत आ गयी है. ऐसे में अगर अमरावती जिले में लोगों की जान बचाने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है, तो इसमें हंगामा मचाने की क्या जरूरत है. लॉकडाउन का विरोध करनेवाले लोग राज्य सरकार को लॉकडाउन लगाने की बजाय स्वास्थ्य सुविधाएं बढाने की सलाह दे रहे है. मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं कि, क्या लॉकडाउन का सामना कर रहे विकसित देशोें में स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं है. इस आशय के विचार मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे द्वारा विधानसभा में रखे गये.
राज्यपाल के अभिभाषण पर विपक्ष द्वारा रखे गये विचारों के बाद अपना वक्तव्य देते समय मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने अपने भाषण के दौरान अमरावती में फैल रहे कोरोना संक्रमण और अमरावती में लगाये गये लॉकडाउन का उल्लेख किया. इस समय उन्होंने कहा कि, उनकी पहली प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है. जिसके लिए अगर कोई उन्हें बदनाम करता है या खलनायक भी साबित करता है तो इससे उन्हेें कोई फर्क नहीं पडता. इस समय अपनी बात रखते हुए सीएम उध्दव ठाकरे ने कहा कि, इस वक्त व्यापारी वर्ग द्वारा लॉकडाउन का सर्वाधिक विरोध किया जा रहा है. व्यापारियोें की चिंता राज्य सरकार को भी है. लेकिन मौजूदा वक्त में सभी नागरिकों की जान बचाना सबसे जरूरी काम है. ऐसे में अगर किसी के भी द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन किया जाता है, तो फिर ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार द्वारा कडी कार्रवाई की जायेगी. फिर चाहेे वह व्यक्ति सत्ता पक्ष से जुडा हो या विपक्ष से.
सीएम उध्दव ठाकरे के मुताबिक राज्य सरकार सहित सभी प्रशासनिक विभागों द्वारा विगत मार्च-2020 से कोरोनोे से जुझते हुए अनेकों काम किये गये. उस समय राज्य में केवल दो स्थानोें पर कोविड टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध थी. वहीं अब 500 से अधिक स्थानों पर कोविड टेस्टिंग केंद्र शुरू है. साथ ही हर जिले में कोविड हॉस्पिटल खोलते हुए हर एक मरीज की जान को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. हाल ही में कोरोना संबंधी हालात का जायजा लेने हेतु केंद्रीय स्वास्थ्य पथक ने महाराष्ट्र का दौरा किया. जिनसे खुद उन्होंने प्रत्यक्ष बातचीत की. इस समय इस पथक ने राज्य में जारी सभी उपाययोजनाओं को एकदम परफेक्ट ठहराया. गौरतलब है कि, इसी टीम ने अमरावती जिले का दौरा किया था और लॉकडाउन लगाये जाने की अनुशंसा की थी. जिसके आधार पर अमरावती जिले के दो तहसील क्षेत्रोें में लॉकडाउन लगाया गया है, ताकि कोरोना संक्रमण की चेन को तोडा जा सके.
ऐसे में सभी लोगों ने लॉकडाउन संबंधी नियमोें का पालन करना चाहिए और यदि कोई भी इस लॉकडाउन का उल्लंघन या विरोध करता है, तो उसके खिलाफ सरकार द्वारा कडे कदम उठाये जायेंगे.
इस समय सीएम उध्दव ठाकरे ने यह भी कहा कि, अब महाराष्ट्र में कोविड टीकाकरण अभियान को बेहद गतिमान ढंग से चलाया जायेगा. क्योेंकि जहां एक ओर लोगों में कोविड टीका लगवाने को लेकर जबर्दस्त उत्साह है, वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार द्वारा निजी अस्पतालों को कोविड टीकाकरण केंद्र के रूप में काम करने की अनुमति देने को मंजुरी दी गई है. ऐसे में बहुत जल्द राज्य के अधिक से अधिक लोगोें को कोविड वैक्सीन का टीका लगाया जायेगा.

  •  विदर्भ को महाराष्ट्र से अलग नहीं होने देंगे

राज्यपाल के अभिभाषण पर अपने विचार व्यक्त करते हुए सीएम उध्दव ठाकरे ने अपनी सरकार को किसानोें के हित में निर्णय लेनेवाली सरकार बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि, सरकार द्वारा राज्य के सभी क्षेत्रों में संतुलित विकास साधने का प्रयास किया जा रहा है और किसी भी क्षेत्र के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा. ऐसे में पृथक विदर्भ जैसी किसी मांग का कोई मतलब नहीं है और वे विदर्भ को महाराष्ट्र से कभी भी अलग नहीं होने देंगे.

Related Articles

Back to top button