महाराष्ट्र

राज्य में हर एक घंटे में 90 लोगों को काटता है कुत्ता!

मुंबई सहित ठाणे में अधिक संख्या

मुंबई./दि.10- राज्य में आवारा कुत्तों की संख्या में वृद्धि हुई है. उनके उपद्रव के कारण नागरिक परेशान हो गए हैं. सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली आंकड़ेवारी के अनुसार राज्य में हर एक घंटे में 90 नागरिकों को कुत्ते द्वारा काटा जा रहा है. अन्य जिलों की तुलना में मुंबई व ठाणे में कुत्तों के काटने की सर्वाधिक घटनाएं घटी है.
चालू वर्ष के जून तक रेबीज के कारण 17 लोगों की मृत्यु हुई है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली आंकड़ेवारी के अनुसार 1 जनवरी से 30 जून तक की कालावधि में राज्य में 3,89,110 लोगों को कुत्ते ने काटा. इस आंकड़ेवारीनुसार हर रोज 2,161 लोगों को कुत्ते ने काटा है. इनमें से 26 प्रतिशत मामले एमएमआरडीए के क्षेत्र में दर्ज किए गए है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण रखना, रेबीज प्रतिबंधक टीका देना आवश्यक है.लोगों को प्राणियों के साथ अच्छा बर्ताव करना आवश्यक है.

सर्वाधिक प्रकरणों वाले जिले
मुंबई 41,828
ठाणे 36,060
कोल्हापुर 34,089
अहमदनगर 33,392
सोलापुर 21,358

रेबीज का धोखा एवं लक्षण
कुत्तों का रेबीज प्रतिबंधक टीकाकरण न किए जाने पर उनके पास के साधन घातक साबित हो सकते हैं. रेबीज यह जानलेवा विषाणु है जो कुत्ते, बिल्ली, बंदर एवं अन्य प्राणियों के काटने से व चाटने से मनुष्य में फैलता है. यह विषाणु उनकी लार में रहता है. रेबीज के कुछ लक्षण 2 से 12 सप्ताह में दिखाई देते है. इसमें मरीज की क्रियाशीलता, आक्रमकता बढ़ती है. चक्कर आना, स्मृति भ्रंश, हृदय की गति बढ़ना, अधिक लार टपकना, पानी से डर लगना आदि लक्षण है.

कुत्ते के काटने पर पहले उस जख्म को साफ पानी से धोए, समय न गंवाते अस्पताल में जाकर एंटीरेबीज टीका ले व टीके का डोस डॉक्टरों द्वारा बताये अनुसार नियमित लें. जख्म पर तेल, चूना आदि घरेलू उपाय न करें. पालतु प्राणियों का टीकाकरण करना अत्यंत आवश्यक है.
– डॉ. बबिता कमलापुरकर, राज्य निरीक्षण अधिकारी

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