महाराष्ट्र

आरक्षित सीटों पर ‘हिंदू दलित’ विधायकों का वर्चस्व

मुंबई/दि.31– राज्य की नई विधानसभा में अनुसूचित जाति (एससी) हेतु आरक्षित रहने वाले 29 निर्वाचन क्षेत्रों में से 20 सीटों पर हिंदू दलित समाज के विधायक चुनकर आये है. इसमें सर्वाधिक 10 विधायक अकेले भाजपा की टिकट पर ही चुने गये है. हालांकि भाजपा की टिकट पर एक भी बौद्ध दलित विधायक निर्वाचित नहीं हुआ है. परंतु अनुसूचित जाति के वंचित घटकों को प्रतिनिधित्व देने में भारतीय जनता पार्टी काफी हद तक सफल रही है.
उल्लेखनीय है कि, महायुति सरकार ने अनुसूचित जाति के आरक्षण का उपवर्गीकरण करने के संदर्भ में समिति गठित करते हुए हिंदू दलित जातियों को साधने का प्रयास किया था. राज्य में अनुसूचित जाति की जनसंख्या 11.45 फीसद है. जिसमें से 10.9 फीसद चर्मकार, 62.2 फीसद बौद्ध व 19.3 फीसद मातंग जाति के मतदाता है. एससी आरक्षण में कुल 59 जातियों का समावेश है. जिनके लिए 29 निर्वाचन क्षेत्र आरक्षित है. साथ ही मुंबई के एक ओपन निर्वाचन क्षेत्र से भी अनुसूचित जाति का एक प्रत्याशी विजयी हुआ है. यानि राज्य में अनुसूचित जाति के विधायकों की संख्या 30 है. जिसमें महायुति के 20 व मविआ के 10 अनुसूचित जाति वाले विधायकों का समावेश है.
एससी संवर्ग के वंचित घटकों को भाजपा द्वारा प्राथमिकता के साथ उम्मीदवारी दी गई थी. जिसके परिणाम स्वरुप भाजपा के पास चर्मकार, बुरुड, मातंग, वाल्मिकी व ढोर जाति से वास्ता रखने वाले विधायक है. इस संदर्भ में प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ साहित्यकार तथा हिंदू दलितों का बौद्ध धर्मांतर करने हेतु आंदोलन खडा करने वाले नेता लक्ष्मण माने ने कहा कि, जो जातियां प्रश्न पूछती है, वे समझदार होती जाती है और फिर उन जाति के नेताओं को उम्मीदवारी नहीं मिलती.

* बौद्धों को अलग रखकर राजनीति नहीं हो सकती है. भाजपा की नीतियां बौद्ध विरोधी बिल्कुल भी नहीं है. भाजपा ने उत्तर नागपुर से बौद्ध प्रत्याशी दिया था, लेकिन वह पराजीत हो गया. इसी तरह हमारे पास अर्जुनी-मोरगांव में विनिंग मेरीट वाला बौद्ध प्रत्याशी था. परंतु सीटों के बंटवारे में अर्जुनी-मोरगांव की सीट राष्ट्रवादी कांग्रेस के हिस्से में चली गई.
– भाई गिरकर,
प्रदेश समन्वयक,
भाजपा एससी संपर्क समिति.

* पार्टी निहाय आंकडे
भाजपा – 10 (4 चर्मकार, 2 बुरुड, 2 मातंग, 1 वाल्मिकी, 1 ढोर).
शिवसेना शिंदे गुट – 4 (2 चर्मकार, 2 बौद्ध).
राकांपा अजीत पवार गुट – 5 (3 बौद्ध, 1 चर्मकार, 1 खटिक).
कांग्रेस – 4 (3 बौद्ध, 1 चर्मकार).
शिवसेना उबाठा – 4 (1 बौद्ध, 1 चर्मकार, 1 खटिक, 1 बेडाजंगम).
राकांपा शरद पवार गुट – 2 (1 बौद्ध, 1 खटिक).
जनसुराज्य पार्टी – (1 चर्मकार).

 

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