अगले पांच दिन महाराष्ट्र पर दोहरा संकट
भीषण गर्मी पडने के साथ ही विद्युत आपूर्ति ठप्प होने का भी खतरा
* कई जिलों के लिए जारी किया गया है यलो अलर्ट
* तेजी से तापमान बढकर ग्रीष्म लहर आने का अंदेशा
* विद्युत कर्मियों की हडताल के चलते बिजली की आपूर्ति भी पड सकती है ठप्प
मुंबई/दि.29– अभी जैसे-तैसे महाराष्ट्र राज्य दो वर्षों से चले आ रहे कोविड के संकट से बाहर निकला है और धीरे-धीरे कोविड संक्रमितों की संख्या भी कम हो रही है. लेकिन कोविड के संकट से मुक्ति की ओर आगे बढते समय महाराष्ट्र पर दो नये संकट मंडरात दिखाई दे रहे है. जिसमें अगले पांच दिन बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकते है. बता दें कि, विगत कुछ दिनों से राज्य में तापमान बडी तेजी से बढता दिखाई दे रहा है और पारा तेजी से उपर उठ रहा है. साथ ही आगामी पांच दिनों के दौरान राज्य के कई जिलों में तीव्र ग्रीष्मलहर के आने का अंदेशा भी मौसम विभाग द्वारा जताया गया है. जिसके चलते राज्य के कई जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है. किंतु जहां एक ओर मौसम भीषण गर्मी बरपाने के लिए तैयार है, वहीं दूसरी ओर राज्य में बिजली की आपूर्ति के ठप्प होने का खतरा भी मंडरा रहा है, क्योंकि इस समय विद्युत कर्मियों की हडताल जारी रहने के चलते कई विद्युत संयंत्रों में बिजली उत्पादन का काम पूरी तरह से रूक गया है. ऐसे में राज्य को भीषण गर्मी के साथ-साथ अंधेरे की समस्या का भी सामना करना पड सकता है. जिससे निश्चित तौर पर राज्य की जनता बुरी तरह से हलाकान हो जायेगी.
आगामी पांच दिनों के दौरान आनेवाली ग्रीष्म लहर की संभावना को देखते हुए मौसम विभाग द्वारा 29 मार्च के लिए अमरावती, अकोला व बुलडाणा, 30 मार्च के लिए अमरावती, अकोला, बुलडाणा, वाशिम, यवतमाल, अहमदनगर, औरंगाबाद, जलगांव, जालना, परभणी व हिंगोली, 31 मार्च के लिए अकोला, बुलडाणा, वाशिम, यवतमाल, चंद्रपुर, अहमदनगर, औरंगाबाद, जलगांव, जालना जिलों को यलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि, 29 मार्च से 1 अप्रैल तक समूचे महाराष्ट्र राज्य में मौसम पूरी तरह से सूखा रहेगा तथा तापमान में बडी तेजी के साथ वृध्दि होगी. जिसके चलते समूचे राज्य को तेज धूप, लू के थपेडों व भीषण गर्मी का सामना करना पड सकता है.
गर्मी के मौसम के दौरान लोगबाग बाहर निकलना टालते हुए अपने घर-परिवार में रहकर कूलर व पंखे की हवा लेना पसंद करते हुए. साथ ही रात के समय सुकूनभरी नींद के लिए भी पंखे, कूलर व एसी जैसे विद्युत उपकरणों का सहारा लिया जाता है. जिन्हें चलाने के लिए बिजली की जरूरत होती है. किंतु इस समय राज्य में बिजली की किल्लत का संकट भी मंडरा रहा है, क्योंकि विद्युत अधिकारियों व कर्मचारियों की हडताल के चलते विद्युत संयंत्रों में बिजली उत्पादन का काम पूरी तरह से ठप्प पडा हुआ है. ऐसे में राज्य में किसी भी वक्त लोडशेडिंग शुरू की जा सकती है. क्योंकि मांग की तुलना में बिजली की आपूर्ति का नियोजन बुरी तरह से गडबडा गया है और राज्य की बिजली संंबंधी जरूरत को पूरा करने के लिए राज्य सरकार को बेहद उंची दरों पर पॉवर एक्सचेंज के जरिये बिजली खरीदनी पड रही है. ऐसे मेें अगले पांच दिन राज्य की जनता के लिए लगातार बढती गर्मी और घटती विद्युत आपूर्ति की वजह से काफी मुश्किल भरे हो सकते है.