मुंबई/दि.21– शिवसेना के वरिष्ठ नेता तथा आघाडी सरकार के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे पर संदेह व्यक्त करना खुद शिवसेना के लिए काफी भारी सौदा साबित हो सकता है. इस आशय की प्रतिक्रिया राज्यसभा के नवनिर्वाचित भाजपा सांसद डॉ. अनिल बोंडे द्वारा दी गई है.
किसी समय शिवसेना के जरिये ही अपना राजनीतिक सफर शुरू करनेवाले और कालांतर में भाजपा में प्रवेश करते हुए विधायक, कैबिनेट मंत्री व सांसद नियुक्त होनेवाले डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, सेना सांसद व प्रवक्ता संजय राउत के बडबोलेपण की वजह से एकनाथ शिंदे पार्टी से नाराज जरूर है, लेकिन उनके समर्पण और निष्ठा पर संदेह नहीं किया जाना चाहिए और यदि शिवसेना द्वारा ऐसा किया जाता है, तो शिवसेना के लिए एकनाथ शिंदे पर संदेह करना काफी भारी भी पड सकता है.
बता दें कि, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे कल शाम से ‘नॉट रिचेबल’ है और पता चला है कि, वे शिवसेना के कुल 13 विधायकों को अपने साथ लेकर इस समय पडोसी राज्य गुजरात के सूरत पहुंच चुके है. जहां पर वे एक होटल में रूके हुए है. इसके अलावा सेना के और भी 13 विधायक इस समय पार्टी के ‘राडार’ से गायब है. ऐसे में शिवसेना के भीतर फूट पडनी या दोफाड होने का पूरा खतरा बना हुआ है. जिसके चलते पार्टी द्वारा शिंदे को लेकर काफी संदेह व्यक्त किया जा रहा है, क्योंकि कल हुए विधान परिषद चुनाव में महाविकास आघाडी के एक प्रत्याशी को हार का सामना करना पडा.
वहीं महाविकास आघाडी की हार के लिए भाजपा नेता व सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने शिवसेना के प्रवक्ता व सांसद संजय राउत को जिम्मेदार बताया. साथ ही कहा कि, राउत जैसे नेताओं की वजह से शिवसेना को हमेशा ही नुकसान का सामना करना पडा है. अत: पार्टी ने शिंदे जैसे समर्पित नेताओं पर संदेह नहीं करना चाहिए.