अकोला से डॉ. पाटिल, चंद्रपुर से वडेट्टीवार
कांग्रेस के विदर्भ के प्रत्याशी तय
* प्रदेशाध्यक्ष पटोले भंडारा से मैदान में
नागपुर/ दि. 21- पश्चिम विदर्भ की अपने हिस्से में आयी दोनों सीटें अमरावती तथा अकोला सहित सभी उम्मीदवार कांग्रेस ने लगभग तय कर लिए हैं. अमरावती से बलवंत वानखडे के नाम पर मुहर लगी है. अकोला से भाजपा के अनूप धोत्रे के सामने पार्टी ने 58 बरस के डॉ. अभय पाटिल को मैदान में उतारा है. गोंदिया- भंडारा सीट पर प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले स्वयं उम्मीदवार होंगे. नागपुर में विधायक विकास ठाकरे, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से लोहा लेंगे. गडचिरोली से नामदेवराव किरसान और चंद्रपुर से नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार के नाम तय हो जाने के साथ पार्टी सूत्र अभी भी कह रहे है कि औपचारिक घोषणा मात्र बाकी है.
* कौन हैं डॉ. पाटिल
अकोला में भाजपा ने वर्तमान सांसद संजय धोत्रे के पुत्र अनूप को उतारा तो कांग्रेस ने भी मराठा समाज को उम्मीदवारी देते हुए आंखों के सर्जन डॉ. पाटिल का नाम तय किया है. डॉ. पाटिल गत तीन दशकों से समाजसेवा में जुडा हुआ नाम हैं. अकोला में ही जन्में डॉ. पाटिल ने मुंबई से एमबीबीएस की उपाधि प्राप्त की. उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में भी उम्मीदवारी के लिए खटपट की थी. हाल के मराठा आरक्षण आंदोलक मनोज जरांगे पाटिल के कडे समर्थक रहे डॉ. पाटिल ने यहां बडे मराठा मोर्चा निकालने में बडी भूमिका निभाई थी. उनका मराठा समाज का तगडा नेटवर्क रहने की जानकारी उनके करीबी देेते हैं. डॉ. पाटिल के नाम की घोषणा होती है तो अकोला में त्रिकोणीय मुकाबला देखने मिलेगा. वंचित बहुजन आघाडी के एड. प्रकाश उर्फ बालासाहब आंबेडकर ने पहले ही यहां से चुनाव लडने की घोषणा कर रखी है.
* नेता प्रतिपक्ष भी मैदान में
कांग्रेस की पिछली बार एकमात्र चंद्रपुर लोकसभा सीट रही थी जहां उसे विजय प्राप्त हुई थी. वर्तमान सांसद बालू धानोरकर का निधन हो जाने से पार्टी ने बडा फैसला करते हुए नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार को मुकाबले में उतारा हैं. उनकी टक्कर मंत्री सुधीर मुनगंटीवार से होगी. उनकी बेटी शिवानी और दिवंगत सांसद धानोरकर की पत्नी प्रतिभा धानोरकर का नाम भी लोकसभा चुनाव की रेस में चल रहा था. किंतु पार्टी ने वडेट्टीवार को उम्मीदवार बनाए जाने की खबर हैं.
* नागपुर से विकास ठाकरे
विदर्भ की अधिकांश सीटों पर प्रत्याशी तय करते हुए कांगे्रेस ने नागपुर के हाई प्रोफाइल क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सामने विधायक विकास ठाकरे को उम्मीदवार लगभग बना लिया है. नागपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके ठाकरे को चार बार के सांसद मुत्तेमवार का समर्थक माना जाता हैं. नागपुर मनपा में आक्रमक नगर सेवक की छवि के बाद पश्चिम नागपुर से विधानसभा पहुंचे ठाकरे ने महापौर पद भी भूषित किया था.
* पटोले उम्मीदवार, निशानी बदली
गोंदिया- भंडारा लोकसभा क्षेत्र से प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले स्वयं मैदान में उतर रहे हैं. वे यहां से भाजपा के टिकट पर लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इस बार पंजे पर उनकी उम्मीदवारी रहेगी. 25 वर्षो में पहली बार इस लोकसभा क्षेत्र में इवीएम पर पंजा निशानी दिखाई देगी. साकोली के विधायक नाना पटोले, प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के प्रबल विरोधी रहे हैं. आज भी भाजपा के प्रति अपना रोष व्यक्त करने का कोई मौका नहीं चुकते.
* अधिकारी से राजनेता बने किरसान
गडचिरोली-चिमूर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने नामदेव किरसान को प्रत्याशी बनाना तय किया हैं. उत्पाद शुल्क अधिकारी रहे किरसान इस लोकसभा क्षेत्र में संयोजक रहे हैं. गोंदिया के आमगांव के मूल निवासी किरसान की चुनावी संभावनाएं अच्छी देखी जा रही हैं. यहां के सतत दो बार सांसद रहे वर्तमान अशोक नेते के विरूध्द एंटी इनकम बेंसी का लाभ उन्हें मिल सकता है.