‘वंचित’ के कारण महायुति को 20 सीटों पर मिली सफलता
राकां शरद पवार गुट को 8, ठाकरे सेना गुट को 6 व कांग्रेस को 6 सीटों का नुकसान
मुंबई/ दि. 29– विधानसभा चुनाव के नतीजों में यह बात सामने आयी है कि प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन आ्रघाडी के कारण महायुति को एक- दो नहीं बल्कि 20 सीटों पर सफलता प्राप्त हुई है. वहीं शरद पवार की एनसीपी को 8, ठाकरे सेना को 6 और कांग्रेस को 6 सीटों का नुकसान हुआ है. विधानसभा चुनाव में भाजपा और लाडली बहन योजना की जबर्दस्त लहर चली. वहीं मुस्लिम मतदाता बडी संख्या में वंचित के साथ खडा दिखाई दिया. हालांकि इससे महाविकास आघाडी को ही झटका लगा है.
प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन आघाडी के कारण शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस के फहाद अहमद, राजेंद्र शिंगणे, राहुल मेटे, राजेश टोपे, संतोष चव्हाण, संदीप नाइक को कम वोटो से पराजित होना पडा. वंचित की वजह से कांग्रेस के धीरज देशमुख, दिलीप सानंदा, वसंत पुरके भी कम वोटो से हारे. वंचित बहुजन आघाडी के पक्ष में दलित और मुस्लिमों ने जमकर मतदान किया. जिसके चलते भाजपा के अतुल सावे, प्रशांत बंब, रमेश कराड, मंदा म्हात्रे, मेघना बोर्डीकर, आकाश फुंडकर कांटे की टक्कर में भी जीत गये. वहीं एकनाथ शिंदे की शिवसेना के तानाजी सावंत और संजय गायकवाड की जीत भी वंचित बहुजन आघाडी द्बारा वोट हासिल करने पर आसानी से हुई.
वंचित बहुजन आघाडी ने विधानसभा चुनाव में राज्य की 200 सीटों पर चुनाव लडा था. जिसमें उनके 194 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. वंचित बहुजन आघाडी के उम्मीदवार 1 सीट पर दूसरे स्थान पर व 58 सीटों पर तीसरे स्थान पर रहे. उन्हें 14 लाख 22 हजार यानी 3.1 प्रतिशत वोट मिले. लोकसभा चुनाव में वंचित बहुजन आघाडी को 15 लाख 82 हजार यानी 3.6 प्रतिशत वोट मिले थे. वंचित बहुजन आघाडी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने उन निर्वाचन क्षेत्रों में मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था. जहां अल्पसंख्यक मतदाता अधिक थे. इसमें एमआयएम को भी बडा झटका लगा.
छत्रपति संभाजी नगर सेंट्रल सीट से पार्टी के उम्मीदवार सिध्दीकी नसीरूद्दीन ताकुद्दीन और संभाजी नगर पूर्व से उम्मीदवार इम्तियाज जलील को भी हार का सामना करना पडा. वंचित बहुजन आघाडी के प्रकाश आंबेडकर ने राज्य में सबसे पहले विधानसभा उम्मीदवारों की सूची घोषित की थी. उन्होंने पहली सूची में 11 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की थी. इसमें दिलचस्प बात यह है कि पार्टी ने रावेर विधानसभा क्षेत्र से ट्रांसजेंडर उम्मीदवार शमीभा पाटील को टिकट दिया था. वंचितों की सूची में अभ्यार्थियों के नाम के साथ जाति का भी उल्लेख किया गया था.