मुंबई में नजर रहने से अमरावती, भुसावल, अकोला मार्ग से बांग्लादेशियों की घुसपैठ
भुसावल से पकडे गये दो बांग्लादेशियों ने खोला राज

* सीमा क्षेत्र से मध्य महाराष्ट्र तक फैला एजेंटों का जाल
भुसावल /दि.14– बांग्लादेशी लडकियों की घुसपैठ कोलकत्ता की बजाय मिजोरम की तरफ से हो रही है. माया नगरी मुंबई के आकर्षण के कारण अधिकांश बांग्लादेशी मेघालय के गुवाहाटी से सीधे मुंबई पहुंचते है. वहां से उन्हें पुणे सहित विविध क्षेत्रों में ब्यूटी पार्लर का नाम बताकर देह व्यवसाय में धकेल दिया जाता है. भारत और बांग्लादेश की साढे चार हजार किमी की सीमा में 20 प्रतिशत क्षेत्र में कोई सुरक्षा दीवार नहीं है. इस कारण एजेंटों को प्रतिव्यक्ति 15 से 20 हजार रुपए देकर घुसपैठ होती है. फिलहाल मुंबई में गुवाहाटी और कोलकता से आने वाले यात्रियों पर एटीएस और एसआईटी तथा मुंबई पुलिस की नजर रहने से अब घुसपैठ कुर्ला टर्मिनस के रेल्वे टिकट निकालकर अमरावती, अकोला, भुसावल में जर्नी ब्रेक कर आगे का सफर निजी वाहन से करते रहने की बात भी जांच में सामने आयी है. भुसावल में गत सप्ताह दो युवतियों को लॉज संचालक की सतर्कता से गिरफ्तार किया गया. इसी प्रकरण की कडी पकडकर भुसावल पुलिस ने पुणे से घुसपैठ करने वाले दम्पतियों को भी गिरफ्तार किया है.
* गुवाहाटी में आधार कार्ड
मुंबई में कुछ राजनीतिक दल बांग्लादेशी घुसखोरों को शरण देते है. यह बात अब नई नहीं है. घुसखोरों के राशन कार्ड, चुनावी पहचान पत्र, पैन कार्ड, आधार कार्ड देकर उनकी एक नई वोट बैंक तैयार की जाती है. इस कारण बांग्लादेश से आये घुसपैठियों के लिए मुंबई आकर्षण का केंद्र रहता है.
* डेढ लाख में होती है बिक्री
बांग्लादेश के आर्थिक स्थिति को देखते हुए वहां के युवतियों को माता-पिता ही एक से डेढ लाख रुपए में बेच देते है. युवतियों को मुंबई में ब्यूटी पार्लर व्यवसाय के लिए लाने की बात कहकर उन्हें देह व्यवसाय में लगा दिया जाता है. भुसावल में पकडी गई दोनों युवतियों से की गई पूछताछ में यह बात सामने आयी है.
* ढाका से मुंबई सफर
ढाका अथवा अन्य शहर व गांव से घुसपैठी है. जाफलोंग शहर में आते है. वहां एजेंट जंगल से बांग्लादेश की सीमा पार करवाकर घुसपैठियों को मेघालय में प्रवेश दिलवाता है. दूसरा एजेंट घुसपैठियों को लेकर ट्रेन से मुंबई की तरफ निकल जाता है. 40 से 50 घंटे के इस सफर में बीच में ही मुंबई अथवा पुणे के एजेंट घुसपैठियों को ट्रेन का टिकट मुंबई का रहा, तो भी बीच रास्ते में जर्नी ब्रेक कर अमरावती, अकोला अथवा भुसावल उतरने कहते है. वहां पहले से ही निजी कार की व्यवस्था की रहती है. कार से घुसपैठिये मुंबई तक पहुंचते है.
* ऑपरेशन सिंदूर के कारण घुसपैठ उजागर
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमने भुसावल के सभी लॉज संचालकों की बैठक लेकर उन्हें सूचनाएं दी थी. इस कारण शहर की लॉज पर आयी बांग्लादेशी युवतियों की जानकारी मिली. रेल्वे का जंक्शन स्टेशन रहने से पुलिस दल घुसपैठियों पर नजर रख रहा है.
– कृष्णात पिंगले,
डीवाइएसपी, भुसावल.