महाराष्ट्र

बेमौसम की बारिश के चलते मिर्च का उत्पादन घटा

लाल मिर्ची के दामों में तेजी

पुणे./ दि.14 – नई मिर्च का सीजन शुरु हो चुका है. किंतु इस साल बेमौसम हुई बारिश के चलते मिर्च के उत्पादन में कमी आयी है. मिर्ची की बुआई करते समय बारिश के चलते मिर्ची की फसल को नुकसान हुआ है. जिसमें मिर्ची के दामों में तेजी आने की जानकारी व्यापारियों व्दारा दी गई है. मांग की तुलना में आवक काफी कम प्रमाण में हो रही है. सीजन की शुरुआत में ब्याडगी तथा गुंटूर मिर्च के दामों में प्रति क्विंटल 1 हजार रुपए की तेजी आयी है. खुद्रा बाजारों में भी मिर्ची के दामों में 1 किलो पर 10 से 20 रुपए बढे है. देश में सर्वाधिक मिर्ची का उत्पादन अांध्र प्रदेश व तेलंगना में होता है. किटनाशक के इस्तेमाल व देरी से की गई बुआई के चलते उत्पादन में इसका असर हुआ है.
आंध्र प्रदेश व तेलंगना में मिर्ची की फसल का 40 से 80 फीसदी नुकसान हुआ है. मिर्ची की बुआई कम किए जाने से लाल मिर्च के दामों में तेजी आने की जानकारी कृषि उपज मंडी के मिर्च व्यापारी वालचंद्र संचेती व्दारा दी गई. फिलहाल बाजार में कर्नाटक व आंध्र प्रदेश से मिर्ची की आवक हो रही है. 80 फीसदी मिर्च की फसल पर परिणाम हुआ है. दर्जेदार मिर्ची के दाम में तेजी आयी है. मार्केट यार्ड के भुसार बाजार में ब्याडगी मिर्ची की आवक सप्ताह में चार से साढेचार लाख बोरे होती है तथा गुंटूर मिर्ची की रोजाना आवक 50 से 60 हजार बोरे होती है.
मिर्च व्यापारी वालचंद संचेती ने बताया है कि महाराष्ट्र के खानदेश में मिर्ची की बुआई बडे प्रमाण में की जाती है. आंध्र प्रदेश तेलंगना की मिर्ची तिखी रहती है. कर्नाटक की मिची इसकी तुलना में कम तिखी होती है. मध्यप्रदेश, आसाम, पश्चिम बंगाल, पंजाब में भी मिर्ची की बुआई की जाती है. मिर्च के सीजन की शुरुआत में मिर्च के दाम में आयी तेजी की वजह से मसालों के दाम भी बढेगें ऐसा व्यापारियों व्दारा कहा जा रहा है.

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