महाराष्ट्र

गणेशोत्सव के दौरान लग सकता है ‘नाईट कर्फ्यू’

 टास्क फोर्स की बैठक में सीएम उध्दव ठाकरे ले सकते हैं फैसला

  • तीसरी लहर से निपटने उठाये जा सकते है प्रभावी कदम

मुंबई/दि.6 – इस समय दस दिवसीय गणेशोत्सव का पर्व शुरू होने में महज कुछ दिनों का समय शेष है और हर ओर गणेशोत्सव से संबंधित खरीरदारी की दौडभाग शुरू हो गई है. साथ ही गणेशोत्सव पर्व के दौरान राज्य के सभी शहरों में काफी भीडभाडवाला माहौल रहता है. इस बात के मद्देनजर मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे द्वारा राज्य आपत्ति व्यवस्थापन यानी टास्कफोर्स की बैठक बुलाई गई है. जिसमें गणेशोत्सव पर्व के दौरान समूचे राज्य में नाईट कर्फ्यू लगाया जा सकता है. बता दें कि स्वास्थ्य महकमे द्वारा आगामी माह में कोविड संक्रमण की तीसरी लहर के आने की संभावना जताई गई है. इसी दौरान गणेशोत्सव का पर्व भी आ रहा है. जिसे महाराष्ट्र में काफी धूमधाम से मनाया जाता और जगह-जगह पर सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों द्वारा गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाती है. ऐसे में कोविड संक्रमण की तीसरी लहर के आने का खतरा और भी अधिक बढ सकता है. जिसके मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा भीडभाड को टालने एवं संक्रमण को रोकने के लिए कडे प्रतिबंधात्मक कदम उठाये जा सकते है.

  •  … अन्यथा महाराष्ट्र को चुकानी पडेगी बडी कीमत

वहीं इस बैठक से पहले मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने कहा कि, इस समय कोविड संक्रमण की तीसरी लहर से अमरीका में आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है और चीन भी तीसरी लहर की चपेट में है. अपने देश के केरल राज्य में इस समय रोजाना 30 हजार से अधिक नये संक्रमित मरीज पाये जा रहे है. यह एक तरह से दरवाजे पर मौजूद खतरे की दस्तक है. यदि इसे सभी ने गंभीरता से नहीं लिया, तो महाराष्ट्र को इसकी भारी कीमत चुकानी पड सकती है. अत: सभी को चाहिए कि, वे इस समय भीडभाड सहित राजनीतिक कार्यक्रमों, सभाओं, मोर्चों व आंदोलनों को स्थगित करे. साथ ही प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करते हुए पर्व व त्यौहार मनाये. इस समय विपक्षी दलों सहित सत्ता में शामिल घटक दलों से भीडभाड टालने और राजनीतिक आयोजन रद्द करने का आवाहन करते हुए सीएम उध्दव ठाकरे ने कहा कि, सरकार निश्चित तौर पर हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवायेगी. किंतु उन सुविधाओं का प्रयोग करने की नौबत न आये तो ज्यादा अच्छा है. साथ ही उन्होंने यह भी चेतावनी दी की यदि महाराष्ट्र में कोविड संक्रमण की तीसरी लहर आती है, तो राज्य में एक बार फिर कडे प्रतिबंधात्मक नियम एवं लॉकडाउन को लागू करना पड सकता है.

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