कोविड-19 के कहर से अर्थव्यवस्था, राजनीतिक व्यवस्था चरमरा रही
देश 20 साल पीछे पहुंचा- संजय राउत
मुंबई/दि.२८ – शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के कारण देश की अर्थव्यवस्था के साथ ही सामाजिक राजनीतिक तंत्र ढह रहे हैं और कहा कि इसने देश को कम से कम 20 साल पीछे धकेल दिया है. राउत ने संवाददाताओं से कहा कि कोविड-19 की बदतर होती स्थिति के चलते भारत की साख अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गिरी है.
कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए मुंबई मॉडल और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए राउत ने कहा कि इस मॉडल को देश के हर हिस्से में लागू करने की जरूरत है. शिवसेना प्रवक्ता ने कहा, वैश्विक महामारी के कारण भारत कम से कम 20 साल पीछे चला गया है. मुझे नहीं पता कि पिछले पांच-दस साल में यह कितना आगे बढ़ था लेकिन देश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था ढह गई है. अब केवल अस्तित्व का संघर्ष जारी है. हमें दोबारा खड़े होने के लिए बड़ी लड़ाई लड़नी होगी. उन्होंने कहा कि मुंबई में मामले लॉकडाउन लगाने की वजह से घटे हैं और कहा कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हर वक्त प्रयास किए जा रहे हैं.‘कुछ राज्य पर्याप्त जांचें नहीं कर रहे’
राउत ने कहा, मुख्यमंत्री ठाकरे ग्रामीण स्तर पर भी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. राज्य के जनस्वास्थ्य मंत्री (राजेश) टोपे, उपमुख्यमंत्री (अजित पवार)हर व्यक्ति, चाहे सरकार हो या प्रशासन, पूरी ताकत के साथ काम कर रहा है. देश में कोविड-19 की स्थिति को ‘‘गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा कि कुछ राज्य पर्याप्त जांचें नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे बड़े राज्यों में कोविड-19 के मामले अचानक से बढ़ रहे हैं और पश्चिम बंगाल में भी वृद्धि हो रही है. राउत ने कहा, लेकिन मुंबई जैसे बड़े शहर में, हमने देखा है कि संख्या लगभग आधी हो गई है. कारण यह है कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री और प्रशासन ग्रामीण स्तर तक देख रहे हैं कि तंत्र काम कर रहा है या नहीं. मुंबई में मंगलवार को कोविड-19 के 4,014 नये मामले सामने आए.