महाराष्ट्र

शिक्षा विभाग सभी स्कूलों में लागू करेगा गणित एकीकरण प्रणाली

कठिन गणित अब होगा आसान!

* क्रियान्वयन के लिए 4 करोड निधि मंजूर
मुंबई/दि.21-पिछले कुछ वर्षों में शिक्षा विभाग द्वारा प्रकाशित राष्ट्रीय सर्वेक्षण रिपोर्ट में पाया गया है कि विद्यार्थियों में गणित यह विषय अन्य विषयों की तुलना में कठिन है. जब गणित की बात आती है तो छात्र अक्सर भ्रमित नजर आते हैं. छात्रों में गणित के इस डर को कम करने के लिए शिक्षा विभाग ने राज्य के स्थानीय निकाय संस्था की चयनित स्कूलों में गणित एकीकरण प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है. इसके क्रियान्वयन के लिए शिक्षा विभाग द्वारा 4 करोड की निधि को मंजूरी दी है. विद्यार्थियों में गणित विषय को लेकर डर कम होने तथा उनके आंकलन के स्तर को बढाने के लिए शिक्षण और अध्ययन पद्धति में शैक्षणिक सिद्धांत का उपयोग करना आवश्यक है. इसके लिए शिक्षा विभाग और राज्य शैक्षणिक संशोधन व प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा गणित एकीकरण प्रणाली का प्रायोगिक तत्वपर उपयोग किया गया. दौरान एससीईआरटी ने यह प्रणाली राज्य के स्थानीय निकाय संस्था के चयनित शालाओं में पथदर्शी स्वरूप में चलाने कोई आपत्ति नहीं, ऐसा फीडबैक दिया है. इसी पृष्ठभूमि पर राज्य की कुछ चुनिंदा मराठी मीडियम की स्थानीय निकाय संस्था की स्कूलों में प्रायोगिक तत्वपर इस प्रणाली का उपयोग किया जाएगा. इसके लिए निविदा प्रक्रिया चलाने और उसका संनियंत्रण करने की जिम्मेदारी एससीईआरटी पर सौंपी गई है.
* क्या है एकीकरण प्रणाली?
गणित विषय को लेकर निर्माण डर को दूर करने के लिए एसएसीईआरटी प्रयास कर रहा हे. इसके लिए गणित की ई-सामग्री तैयार की है. गणित में भौमितीक सिद्धांत, समीकरण होते है. बीजगणितीय सूत्र छात्रों को फलक पर समझाकर बताना होता है. साहित्य, सूत्रों के एकत्रीकरण से छात्रों की संकल्पना स्पष्ट करने का प्रयास किया जाएगा.

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