मुंबई/ दि.११ – उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि राज्य सरकार यह प्रयास कर रही है कि प्रत्येक राज्य में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार को बारामती में कहा कि राज्य के शहरी क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध है, पंरतु ग्रामीण क्षेत्र तथा दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है. इसी कारण राज्य सरकार अमरावती, परभणी, सिंधुदुर्ग और रायगड में सरकारी मेडिकल कॉलेज निर्मिति को मंजूरी प्रदान की है. सरकार का प्रयास है कि राज्य के हर जिले में कम से कम एक सरकारी मेडिकल कॉलेज की निर्मिति होनी चाहिए.
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे है. भारत मेडिकल टूरिज्म के रुप में विकसित हो रहा है. इतना ही नहीं तो अमेरिका और यूरोप की तुलना में भारत में चिकित्सा खर्च भी कम होता है. परंतु राज्य के आदिवासी बहुल क्षेत्र तथा पहाडी इलाकों में सडके खस्ताहाल होने से लोग मरीज को खटिया पर ले जाते हैं. इन स्थितियों को हमें बदलना है. इस दौरान उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा कि कोरोना संक्रमण अब तक खत्म नहीं हुआ है. राज्य में अब भी सभी लोगों को मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए. अगर लोगों ने लापरवाही बरती तो कोरोना के केसेस बढने से दोबारा कडे नियम लागू करने की नौबत आ सकती है.