महाराष्ट्र

चार माह बाद भी पूजा खेडकर की रिपोर्ट तैयार नहीं

नॉन क्रिमिलेअर प्रमाणपत्र का मामला

* जिलाधिकारी कार्यालय के पास जानकारी नहीं
अहिल्यानगर/दि. 4– पूजा खेडकर को नॉन क्रिमिलेअर प्रमाणपत्र पाथर्डी से दिए जाने के कारण जिला प्रशासन द्वारा इसे गंभीरता से लेकर जांच करने आवश्यकता थी. लेकिन जिला प्रशासन द्वारा चार माह बाद भी खेडकर के नॉन क्रिमिलेअर प्रमाणपत्र की कोई भी रिपोर्ट अब तक शासन को प्रस्तुत नहीं की रहने की जानकारी जिलाधिकारी कार्यालय की तरफ से दी गई है.
पिता के नाम पर करोडों रुपए की संपत्ति रहते विवादास्पद पूर्व आयएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने नॉन क्रिमिलेअर व दिव्यांग प्रमाणपत्र के आधार पर आयएएस श्रेणी प्राप्त की थी. इस प्रकरण को लेकर संपूर्ण देश में हंगामा मच गया था. पूजा खेडकर के पिता पाथर्डी तहसील के रहनेवाले है. वे महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल में अधिकारी थे. पिता अधिकारी रहते उन्होंने नॉन क्रिमिलेअर प्रमाणपत्र के आधार पर पुणे के एक वैद्यकीय महाविद्यालय में प्रवेश प्राप्त किया था. पूजा खेडकर ने 2023 में यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद ओबीसी संवर्ग से तथा दिव्यांग प्रमाणपत्र प्रस्तुत कर आयएएस की श्रेणी प्राप्त की थी. इसके लिए उन्होंने फिर से नॉन क्रिमिलेअर प्रमाणपत्र जोडा था. लेकिन पश्चात एक साल में हुए लोकसभा चुनाव में पूजा खेडकर के पिता द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रतिज्ञापत्र में 40 करोड रुपए की संपत्ति रहने की घोषणा की थी. पूजा खेडकर के दिव्यांग व नॉन क्रिमिलेअर प्रमाणपत्र बाबत प्रश्न उपस्थित होने के बाद यूपीएससी ने जांच की थी. इसमें पूजा खेडकर ने नागरी सेवा परीक्षा-2022 के नियमों का उल्लंघन किया रहने की बात सामने आने के बाद आयएएस पद रद्द कर यहां से बाद में सभी परीक्षाओं पर बैठने की पाबंदी लगा दी गई थी. पूजा खेडकर के प्रकरण में जांच के लिए केंद्र सरकार ने एक समिति गठित की थी. यह समिति पूजा खेडकर के चयन बाबत किए गए दावे और अन्य बातों की जांच करनेवाली थी. लेकिन दिव्यांग प्रमाणपत्र बाबत जिला अस्पताल व नॉन क्रिमिलेअर प्रमाणपत्र बाबत प्रांताधिकारी अथवा तहसील कार्यालय की कोई भी रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत नहीं की गई. इस बाबत की जानकारी जिलाधिकारी कार्यालय के पास उपलब्ध नहीं है, ऐसा गृह शाखा के उपसचिव ने कहा है.

 

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