महाराष्ट्र

हर शिवसैनिक है महाविकास आघाडी के खिलाफ

भाजपा नेता मुनगंटीवार का दावा

मुंबई/दि.21 – इस समय शिवसेना नेता अनंत गिते के उस बयान को लेकर जबर्दस्त राजनीति मची हुई है. जिसमें गिते ने कहा है कि, जब दो कांग्रेस के विचार एक जैसे नहीं है, तो शिवसेना और कांग्रेस के विचार एक जैसे तो निश्चित तौर पर नहीं हो सकते. गिते के इस बयान को भाजपा द्वारा हाथोंहाथ लिया गया है तथा भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने यहा तक कहा कि, एक अकेले संजय राउत को छोडकर शिवसेना के किसी भी मंत्री, नेता अथवा कार्यकर्ता की यदि नार्को टेस्ट की जाये, तो हर एक की जुबान से एक ही बात निकलेगी कि, शिवसेना का कांग्रेस व राकांपा के साथ जाना एक तरह से पॉलीटीकल सुसाईड है और शिवसेना ने कांग्रेस-राकांपा आघाडी के साथ बिल्कुल भी नहीं रहना चाहिए.
मुनगंटीवार के मुताबिक आज इस बात पर पीएचडी भी की जा सकती है कि, संजय राउत शिवसेना के है या राष्ट्रवादी के है, क्योेंकि वे उध्दव ठाकरे से कही ज्यादा तारीफ राकांपा प्रमुख शरद पवार की करते है. मुनगंटीवार के मुताबिक अनंत गिते ने जो भी कहा है, वह दिल से कहा है और वहीं ऐतिहासिक सत्य है. यदि आज बालासाहब ठाकरे जीवित होते, तो ऐसी दुर्दैवी व अनैसर्गिक आघाडी को देखकर उन्होंने निश्चित तौर पर शिवसेना को विसर्जित कर दिया होता. साथ ही कहा होता कि, ऐसी शिवसेना के लिए उन्होंने अपने जीवन और सर्वस्व को अर्पित नहीं किया. क्योंकि शिवसेना हमेशा ही देव, देश व धर्म के लिए काम करती आयी है. मुनगंटीवार ने याद दिलाया कि, कुछ दिन पूर्व परभणी के सांसद बंडू जाधव ने भी महाविकास आघाडी को अकबर व बिरबल की कहानी की तरह बताया. साथ ही उन्होंने कहा था कि, समय पडने पर वे राष्ट्रवादी को अपने पैरोें के नीचे रौंद देंगे.

  •  क्या कहा था गित्ते ने

श्रीवर्धन तहसील में सरपंच व उपसरपंच के पार्टी प्रवेश का समारोह आयोजीत था. जिसमें अनंत गिते भी उपस्थित थे. इस समय उन्होंने कार्यकर्ताओं से संवाद साधते हुए कहा कि, चूंकि इस समय राज्य में हमारे मुख्यमंत्री है. अत: हम कह सकते है कि, यह हमारी सरकार है. किंतु कांग्रेस व राष्ट्रवादी कभी भी हमारे अपने नहीं थे. ऐसे में यह शिवसेना की नहीं बल्कि आघाडी की सरकार है. सरकार आघाडी को संभालेंगी और आघाडी के नेता सत्ता संभालेंगे. लेकिन हमारी-तुम्हारी जवाबदारी अपना गांव संभालने की है. जिसमें आघाडी का विचार करने की कोई जरूरत नहीं है, बल्कि हमें अपने स्तर पर केवल शिवसेना के बारे में ही विचार करना है. अनंत गिते ने यह भी कहा कि, किसी समय कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस एक-दूसरे का मुंह तक नहीं देखते थे. जब दोनों कांग्रेस के विचार एक जैसे नहीं हो सकते, तो शिवसेना और दोनों कांग्रेस के विचार कभी भी एक जैसे नहीं हो सकते है.

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