कोरोना से अभिभावकों को खोने वाले बच्चों की परीक्षा फीस माफ
स्कूली शिक्षा मंत्री ने कहा-विशेष मामले के तहत शुल्क माफ करने को प्रदेश सरकार ने दी मंजूरी

मुंबई./दि.3- प्रदेश सरकार ने राज्य में कोरोना बीमारी के चलते अभिभावकों को खोने वाले महाराष्ट्र बोर्ड की दसवीं और बारहवीं परीक्षा के नियमित विद्यार्थियों की परीक्षा फीस माफ करने का फैसला किया है. गुरुवार को प्रदेश की स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने यह जानकारी दी.
गायकवाड़ ने बताया कि कोरोना के कारण अभिभावकों को गवा चुके कक्षा 10 वीं एवं 12 वीं के नियमित विद्यार्थियों को साल 2021-2022 में आयोजित होने वाली महाराष्ट्र बोर्ड की परीक्षा की फास एक विशेष मामले के तहत माफ करने को सरकार ने मंजूरी दी है. गायकवाड़ ने कहा कि कोरोना महामारी में कुछ विद्यार्थियों ने अपने अभिभावकों या उन्हें गोद लेने वाले अभिभावक को गंवा दिया है. ऐसे विद्यार्थियों को आर्थिक संकट के कारण कक्षा दसवीं और बारहवीं की बोर्ड की परीक्षा फीस भरने में मुश्किल हो सकती है. परीक्षा देने से वंचित रहने पर उनकी शैक्षणिक प्रगति में रुकावट आ सकती है. इसके मद्देनजर राज्य में अभिभावकों को गंवाने वाले विद्यार्थियों के व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए परीक्ष फीस माफ करने का फैसला लिया गया है.