महाराष्ट्र

प्रदेश में इंजिनियरिंग और फार्मेसी के 10 संस्थानों में बनेंगे उत्कृष्टता केंद्र

उद्योगों के लिए बेहतर तकनीक पर होगी रिसर्च

* विद्यार्थियों को रोजगार के मिलेंगे नए अवसर
* सरकार ने किया 53 करोड रुपए का प्रावधान
मुंबई/दि.10 – राज्य के उद्योगों की तकनीक और बेहतर करने के लिए रिसर्च करने, शिक्षा संस्थानों और उद्योगों के बीच समन्वय बढाने, उद्योगों के लिए मानव संसाधन तैयार कर विद्यार्थियोंं को भी रोजगार के नए मौके देेन के लिए इंजीनियरिंग और फार्मेसी के 10 संस्थाओं में उत्कृष्टता केंद्र (सेंटर ऑफ एक्सिलेंस) की स्थापना की जाएगी. मुंबई के वीजेआई, नागपुर स्थित सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज, छत्रपति संभाजीनगर स्थित सरकारी फार्मेसी कॉलेज भी उन शिक्षा संस्थानों में शामिल हैं, जहां उत्कृष्टता केंद्र बनाए जाएंगे. सभी उत्कृष्टता केंद्र अलग-अलग विषयों पर शोध करेंगे. इसके लिए राज्य सरकार ने 53 करोड 66 लाख रुपए का प्रावधान भी किया है.
28 जून को राज्य मंंत्रिमंडल की बैठक में इससे जुडे प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी, जिसके बाद इसकी स्थापना को लेकर होने वाले खर्च से जुडा शासनादेश जारी किया गया है. तकनीकी शिक्षा विभाग से जुडे एक अधिकारी ने बताया कि, प्रस्तावित उत्कृष्टता केंद्र योजनाओं को उद्योग परक बनाने, विद्यार्थियों को रोजगार के लिए तैयार करने, शैक्षणिक संस्थाओं में जरुरी सुधार और डिजिटलइजेशन के चलते सामने आ रही चुनौतियों, उच्च शिक्षा विभाग में नई शिक्षा नीति को बेहतर तरीके से लागू करने को लेकर काम करेगी.
* नागपुर का इंजीनियरिंग कॉलेज उर्जा संरक्षण पर करेगा शोध
सभी 10 उत्कृष्टता केंद्रों को काम और शोध के लिए अलग-अलग विषय दिए गए है. नागपुर का इंजीनियरिंग कॉलेज उर्जा संरक्षण, नवीकरणीय उर्जा, मुंबई स्थित वीजेटीई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, पुणे का सीओईपी इंडिस्ट्रियल प्रोडक्शन डिजाइन पर काम करेगा. इसी तरह छत्रपति संभाजी नगर स्थित फार्मेसी कॉलेज औद्योगिक फार्मेसी नवाचार पर शोध करेगी. हर संस्थान के उत्कृष्टता केंद्र पर अलग विषय पर शोध की जिम्मेदारी होगी.
* इन संस्थाओं में बनेंगे उत्कृष्टता केंद्र
– सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज नागपुर – 5.05 करोड
– सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज अमरावती – 5.20 करोड
– सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज यवतमाल – 4.90 करोड
– सरकारी फार्मेसी कॉलेज छत्रपति संभाजी नगर – 8.56 करोड
– सरकारी फार्मेसी कॉलेज कराड, सातारा – 5 करोड
– सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज छत्रपति संभाजी नगर – 5.05 करोड
– सरकारी इंजीनियरिंग व शोध कॉलेज अवसरी, पुणे – 5.40 करोड
– सरकारी पोलिटेक्निक कोेल्हापुर – 4.50 कारोड
– सीओईपी टेक्निकल युनिवर्सिटी पुणे – 5 करोड
– वीजेटीआई मुंबई – 5 करोड

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