मुंबई/दि.13 – जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने महिला और बच्चों के विकास व संरक्षण की नवीनतम कल्पनाओं को अमंल में लाते समय सक्षम महिला, सेहतमंद बालक व सुपोषित राज्य बनाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने का आहवान महिला व बालविकास मंत्री एड. यशोमित ठाकुर ने किया. आगामी वर्षभर में राज्य के सभी आंगणवाडियों की इमारत, नल कनेक्शन, वाशरूम का लक्ष्य पूरा करने का प्रयास करने के निर्देश उन्होंने दिए.
महिला व बालिवकास विभाग, ग्राम विकास विभाग और जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की दो दिवसीय राज्यस्तरीय अभिसरण और समीक्षा परिषद सहयाद्री राज्य अतिथिगृह में आयोजित की गई. परिषद का उद्घाटन एड.ठाकुर के हाथों हुआ. इस अवसर पर जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय चहांदे, महिला व बालविकास विभाग के प्रधान सचिव इदजेस कुंदन, जलजीवन मिशन प्रकल्प संचालिका आर.विमला, एकात्मिक बाल विकास सेवा योजना आयुक्त इंदिरा मालो, युनिसेफ आहार विशेषज्ञ डॉ.अर्पणा देशपांडे आदि उपस्थित थे. एड.ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चुनौती भरे दौर में आंगणवाडी सेविका, सहयकों ने बेहतर काम किया. अंगणवाडियां बंद रहने से बच्चों, गर्भवती माता का पोषण आहार घर-घर पहुंचाकर कुपोषण निर्मुलन के लिए प्रयास किया. मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी अभियान में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया. प्रधान सचिव कुंदन ने कहा कि कोरोना के चुनौतीभरे हालातों में अंगणवाडी स्तर पर बेहतरीन कार्य किया गया है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य संरक्षण के निष्कर्ष में बच्चों की उम्र स्टैटेटींग और वेस्टेज पर ध्यान देना आवश्यक है.राज्य की सभी अंगणवाडियों को जीओ टैगिंग किया गया है. अंगणवाडियों का परवेक्षण और सनियंत्रण के लिए उसका बेहतर उपयोग किया गया. इस समय एकात्मिक बाल विकास सेवा योजना आयुक्त मालो ने परिषद के आयोजन की भूमिका स्पष्ट की. डॉ.अर्पणा देशपांडे ने भी मनोगत व्यक्त किया. इस समय आंगणवाडी सेविकाओं के लिए एलआईसी बीमा योजना का लाभ लेने के लिए तैयार किये गए ऑनलाइन यंत्रणा का उद्घाटन किया गया है.