महाराष्ट्र

कर्ज दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

नई मुंबई पुलिस ने पकडे तीन आरोपी

  • भरोसा जीतने के लिए महंगी कारोसे एजंट बनकर जाते थे

मुंबई/दि.७ – आसानी से निजी कर्ज दिलाने का झांसा देकर जरुरतमंदों को लाखों रुपए का चुना लगाने वाले एक गिरोह का नई मुंबई पुलिस ने भंडाफोड किया है. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है. आरोपी खूद को कर्ज देने वाली बैंक का एजंट बताते थे. लोगों का भरोसा जीतने के लिए महंगी कार से मिलने जाते थे. आरोपी लोगों से जल्द ही कम ब्याजदर पर कर्ज दिलाने का वादा कर प्रोसेqसग फीस के नाम पर लाखों रुपए ऐठ लेते थे.

रोहित नागवेकर, भालचंद्र पालव व ओंकार हाटले यह गिरफ्तार किये गए तीन आरोपियों का नाम है. आरोपियों ने नेरुल निवासी ३ लोगों से ८ लाख रुपए ठग लिये थे. इस शिकायत पर एपीएमसी पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था. थानेदार सतीश निकम ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश किया गया. अदालत ने तीनों आरोपियों को ७ सितंबर तक पुलिस कस्टडी में रखने के आदेशर दिये है.

बेरोजगारी से मुक्ति पाने के लिए शुरु की ठगी

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों के पास कोई काम नहीं था, इसलिए उन्होंने लोगों के साथ ठगी करने की योजना बनाई. कोरोना संक्रमण के समेत ज्यादातर लोगों को रुपयों की जरुरत थी, ऐसे में उन्होंने पर्चे छपवाये, वहां पर लिखा था कि वे आसानी से कम ब्याज पर पर्सनल लोन दिला सकते है. उन्होंने संपर्क के लिए मोबाइल नंंबर भी दिये थे. आरोपियों ने जगह-जगह पर्चे बटवाये. इसके बाद जरुरतमंद लोग संपर्क करने लगे. आरोपी डहाणू स्थिति विजयदीप सहकारी संस्था के फर्जी दस्तावेज दिखाते थे. बेवकुफ बनाते समय शर्त रखते थे कि कर्ज लेने के लिए उन्हें संस्था के सदस्य बनाना होगा और रुपए लेने के बाद लोगों को फर्जी रसीद देते थे. इतना ही नहीं तो लोगों से इन्श्यूरन्स और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर रुपए ऐठने के बाद वो लोगों से संपर्क तोड देते थे. आखिर इस गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है.

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