दि.२३
मुंबई-इन दिनों कोरोना को लेकर कई तरह की अफवाहों ने जोर पकडना शुरू कर दिया है और इसे धार्मिक रंग देते हुए दो समाजों में तनाव पैदा करने का प्रयास भी जमकर हो रहा है. राज्य में लॉकडाउन लागू होने के बाद से गलत व फर्जी खबरें फैलाने के करीब ५५२ अपराध दर्ज हुए है. जिसमें राज्य का बीड जिला सबसे आगे है, वहीं राज्य के साईबर विभाग द्वारा जारी किये गये निष्कर्ष से पता चला है कि, ऐसी सर्वाधिक अफवाहें अब तक वॉटसअप के जरिये फैलायी जाती थी.किंतु इन दिनों वॉटसअप को पीछे छोडकर फेसबुक के जरिये जमकर अफवाहें फैलायी जा रही है. जिसकी वजह से अब साईबर विभाग द्वारा फेसबुक पर चलनेवाली गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इन अपराधों का अध्ययन करने के बाद फेसबुक पर डाली गयी आपत्तीजनक पोस्ट को लेकर २३४ अपराध दर्ज किये गये है. इसके साथ ही वॉटसअप से संबंधित २०८, ट्विटर से संबंधित १८, इंस्टाग्राम से संबंधित ४ तथा टिकटॉक से संबंधित २८ मामले दर्ज किये गये तथा ऐसे मामलों को लेकर की गई कार्रवाई में २८८ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा २३२ आरोपियों की पहचान कर ली गयी है. जिसके संदर्भ में जांच जारी है. वहीं १४६ लोगों के नाम नोटीस जारी की गई है और १२९ लोगों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है. सरकारी व पुलिस के फर्जी पत्र भी वायरल लॉकडाउन काल के दौरान सरकारी आदेशों के साथ-साथ पुलिस की ओर से जारी किये जानेवाले पत्रकों में भी फेरफार व बदलाव करते हुए ऐसे फर्जी पत्रों को सोशल मीडिया के जरिये वायरल किया गया. जिसकी वजह से आम लोगों में काफी संभ्रम उत्पन्न हुआ. सेलीब्रीटीज को कोरोना होने की जोरदार चर्चा इस दौरान सोशल मीडिया पर सेलीब्रीटीज व राजनीतिक लोगोें सहित कई नामांकित व्यक्तियों को कोरोना होने की अफवाहों ने भी काफी जोर पकडा. कोरोना संबंधित अफवाहों का बाजार सजा पुणे शहर में जून माह के अंततक सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने की करीब ७८० शिकायतें दर्ज की गई. जिसमें से २७ मामलों में कोरोना को लेकर अफवाहे फैलायी गयी थी. साथ ही ४७४ मामले फेसबुक पोस्ट से संबंधित थे. ११८ आपत्तिजनक पोस्ट डिलीट साईबर पुलिस द्वारा की गई विभिन्न कारवाईयों में करीब ११८ आपत्तिजनक पोस्ट को सोशल मीडिया से डिलीट किया गया है.