महाराष्ट्र

किसानों की फसल को निश्चित दर मिले

मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए कई योजनाएं शुरू की

मुंबई/दि.११ – मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने गुरूवार को कहा कि प्रदेश के किसानों को कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं बल्कि निश्चित दर मिलना चाहिए. राज्य सरकार ने इस दिशा में कदम उठाए हैं. इसके लिए कृषि विभाग का ‘जो बिकेगा, वही उगेगा‘ अभियान उपयुक्त साबित होगा. इससे किसान चिंतामुक्त होंगे. गुरूवार को मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग के ‘जो बिकेगा वही उगेगा‘ अभियान का शुभारंभ किया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाजार में किस उत्पाद की मांग ज्यादा है, उसी के आधार पर राज्य में विभागवार खेती करनी चाहिए. राज्य में पैदा होनेवाली हर उपज दर्जेदार होनी चाहिए. किसानों को संगठित होना चाहिए. सामूहिक खेती से किसानों को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि राज्य में किसानों को खेती के लिए दिन में बिजली उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट के बावजूद राज्य के २९.५० लाख किसानों को कर्ज माफी का फायदा मिला है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने भंडारा के किसान देवानंद चौधरी और औरंगाबाद के किसान दीपक चव्हाण सहित अन्य किसानों के साथ चर्चा की.

 इन योजनाओं का शुभारंभ

  • – बालासाहब ठाकरे कृषि व्यवसाय
  • – ग्रामीण परिवर्तन परियोजना
  • – पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर नर्सरी योजना
  • – ग्रामकृषि विकास समिती योजना

अब समझ आये शास्त्री के नारे

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था. लेकिन उस नारे का महत्व आज समझ में आ रहा है, क्योंकि देश की सीमा पर तनाव की स्थिति है. सीमा पर जवानों की आवश्यकता है और कोरोना काल में भी किसान खेतों में मेहनत कर रहे हैं तभी हमें अनाज मिल पा रहा है. कोरोना काल में वर्क फ्रॉम होम की सुविधा सभी को है, लेकिन किसानों को यह सुविधा नहीं है. किसानों के पास खेतों में जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में भगवान की मूर्तियां भी चीन बनाकर भेजता था. भगवान हमारे हैं और उनकी मूर्तियां चीन बना रहा है. इससे यहां का पैसा चीन जा रहा है. लेकिन कृषि क्षेत्र में ऐसा नहीं होना चाहिए. राज्य में कृषि क्षेत्र का उत्पादन बढाकर हर जरूरतों को पूरा करना चाहिए.

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